मसीही यूनानी शास्त्र
बाइबल की आखिरी 27 किताबों को इस नाम से बुलाया जाता है। मसीही यूनानी शास्त्र को आम तौर पर ‘नया नियम’ कहा जाता है। इन किताबों को आठ यहूदी मसीहियों ने लिखा था जिनके नाम हैं: मत्ती, मरकुस, लूका, यूहन्ना, पौलुस, याकूब, पतरस और यहूदा। (रोम 3:1, 2) मत्ती ने शायद अपनी किताब इब्रानी भाषा में लिखी थी और फिर इसे यूनानी भाषा में अनुवाद किया था। उसका अनुवाद और बाकी की किताबें कीनी या आम बोलचाल की यूनानी भाषा में लिखी गयी थीं। (इस वजह से इन किताबों को “यूनानी शास्त्र” कहा जाने लगा।) यूनानी शास्त्र के आगे “मसीही” शब्द इसलिए जोड़ा गया है क्योंकि इसमें यीशु मसीह की ज़िंदगी, सेवा और शिक्षाओं साथ ही उसके शुरू के चेलों के बारे में जानकारी दी गयी है। यही नहीं, शब्द “मसीही” बाइबल के इस हिस्से को इब्रानी शास्त्र के हिस्से से अलग करता है जो मसीहियों के ज़माने से पहले लिखा गया था और जिसे यूनानी सेप्टुआजेंट कहा जाता है।