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पाठकों के प्रश्नप्रहरीदुर्ग—2004 | मार्च 15
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मूसा अपनी पत्नी, सिप्पोरा और अपने बेटों, गेर्शोम और एलीएजेर को लेकर मिस्र जा रहा था कि रास्ते में यह घटना घटी: “ऐसा हुआ कि मार्ग पर सराय में यहोवा ने मूसा से भेंट करके उसे मार डालना चाहा। तब सिप्पोरा ने एक तेज चकमक पत्थर लेकर अपने बेटे की खलड़ी को काट डाला, और मूसा के पांवों पर यह कहकर फेंक दिया, कि निश्चय तू लोहू बहानेवाला मेरा पति है। तब उस ने उसको छोड़ दिया। और उसी समय खतने के कारण वह बोली, तू लोहू बहानेवाला पति है।” (निर्गमन 4:20, 24-26) हालाँकि इस वृत्तांत को समझना इतना आसान नहीं है और इसका ठीक-ठीक मतलब जानना मुमकिन नहीं है, फिर भी बाइबल से इन आयतों के बारे में थोड़ी-बहुत समझ मिलती है।
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पाठकों के प्रश्नप्रहरीदुर्ग—2004 | मार्च 15
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सिप्पोरा ने मामले को निपटाने के लिए अपने बेटे का खतना करने के बाद, खलड़ी से किसके पाँव छूए? यहोवा के स्वर्गदूत के पास ही उस खतनारहित लड़के को मार डालने की शक्ति थी। तो यह कहना सही होगा कि सिप्पोरा ने खलड़ी से स्वर्गदूत के पाँव छूए और इस तरह उसके सामने यह सबूत पेश किया कि उसने खतने की वाचा को माना है।
“तू लोहू बहानेवाला पति है,” सिप्पोरा का यह कहना कुछ अजीब-सा लगता है। सिप्पोरा के इन शब्दों से खुद उसके बारे में क्या पता चलता है? उसने खतने के नियम का पालन करके यह कबूल किया कि वह यहोवा के साथ एक वाचा में बंधी है। बाद में इस्राएलियों के साथ बाँधी गयी व्यवस्था वाचा ने दिखाया कि यहोवा के साथ जो भी वाचा बाँधी जाती है, उसमें यहोवा एक पति जैसा होता है जबकि दूसरा पक्ष एक पत्नी की भूमिका अदा करता है। (यिर्मयाह 31:32) तो यहोवा को (उसके प्रतिनिधि, स्वर्गदूत के ज़रिए) “लोहू बहानेवाला पति” कहकर, सिप्पोरा शायद यह बता रही थी कि उसे उस वाचा की शर्तों को पूरा करना मंज़ूर है। यह ऐसा था मानो खतने की वाचा के तहत उसने यहोवा को अपना पति माना और एक पत्नी की तरह उसके अधीन रहना कबूल किया। सिप्पोरा के कहने का जो भी मतलब रहा हो, मगर यह साफ है कि उसने परमेश्वर के नियम को मानने के लिए तुरंत और सही कार्यवाही की जिस वजह से उसके बेटे की जान बच गयी।
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