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स्वर्गदूत कौन हैं और क्या करते हैं?खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्वर से जानें
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5. जादू-टोने से कोसों दूर रहिए
शैतान और दुष्ट स्वर्गदूत यहोवा के दुश्मन हैं। वे हमारे भी दुश्मन हैं। लूका 9:38-42 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
दुष्ट स्वर्गदूत लोगों के साथ कैसा सलूक करते हैं?
हम ऐसी हर चीज़ से दूर रहना चाहते हैं जो जादू-टोने से जुड़ी हो। व्यवस्थाविवरण 18:10-12 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
दुष्ट स्वर्गदूत किन तरीकों से हमें लुभाने और हमसे संपर्क करने की कोशिश करते हैं? आपके इलाके में लोग कौन-से तरीके अपनाते हैं?
यहोवा जादू-टोना करने से मना करता है। क्या आपको लगता है, यह सही है? आपको ऐसा क्यों लगता है?
वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
क्या आपको लगता है कि पैलेसा की बेटी की कलाई पर जो तावीज़ जैसी चीज़ बँधी थी, उससे नुकसान पहुँच रहा था? आपको ऐसा क्यों लगता है?
दुष्ट स्वर्गदूतों से बचने के लिए पैलेसा को क्या करना था?
सच्चे मसीहियों ने हमेशा से दुष्ट स्वर्गदूतों का डटकर विरोध किया है। प्रेषितों 19:19 और 1 कुरिंथियों 10:21 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
आपको क्या लगता है, जादू-टोने से जुड़ी हरेक चीज़ को नष्ट करना क्यों ज़रूरी है?
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मरने के बाद हमारा क्या होता है?खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!—ईश्वर से जानें
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2. मौत के बारे में सच जानने से क्या फायदा होता है?
कई लोगों को मरने से डर लगता है। उन्हें यह सोचकर भी डर लगता है कि मरे हुए आकर उन्हें परेशान करेंगे। लेकिन बाइबल में मौत के बारे में जो बताया गया है, उसे जानकर हमारा डर दूर हो सकता है और हमें राहत मिल सकती है। यीशु ने कहा था, “सच्चाई तुम्हें आज़ाद करेगी।” (यूहन्ना 8:32) कई धर्म सिखाते हैं कि इंसानों में आत्मा जैसी कोई चीज़ होती है जो मरने के बाद भी ज़िंदा रहती है। लेकिन बाइबल में कहीं भी यह शिक्षा नहीं दी गयी है। तो फिर सोचिए, मरने के बाद एक इंसान को तकलीफ कैसे हो सकती है। एक और बात: मरने पर एक इंसान को कुछ पता नहीं होता, इसलिए वे हमें कोई नुकसान नहीं पहुँचा सकते। तो फिर क्या उन्हें खुश करने के लिए भोग चढ़ाने, उनकी पूजा करने और उनके लिए प्रार्थना करने का कोई फायदा होगा?
कुछ लोग कहते हैं कि वे मरे हुए लोगों से बात कर सकते हैं। पर यह कैसे हो सकता है? जैसा हमने अभी पढ़ा, “मरे हुए कुछ नहीं जानते।” तो सोचिए, अगर लोग अपने मरे हुओं से बात नहीं कर रहे हैं, तो किनसे बात कर रहे हैं? कहीं ऐसा तो नहीं कि वे दुष्ट स्वर्गदूतों से बात कर रहे हों? ऐसा हो सकता है, क्योंकि दुष्ट स्वर्गदूत लोगों को गुमराह करने के लिए मरे हुओं की आवाज़ में बात करते हैं। तो मौत के बारे में सच जानने से हम उनसे बच सकते हैं। यहोवा खबरदार करता है कि हम मरे हुओं से बात करने की कोशिश न करें, क्योंकि वह जानता है कि दुष्ट स्वर्गदूत हमें नुकसान पहुँचा सकते हैं।—व्यवस्थाविवरण 18:10-12 पढ़िए।
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