क्रूर अश्शूर दूसरी विश्व महा शक्ति
प्राचीन अश्शूरी राजाओं के राजभवनों की पुरातत्वीय प्राप्ति बाइबल की ऐतिहासिक यथार्थता में आपका भरोसा बढ़ा सकती हैं। ये प्राप्ति बाइबल के इतिहास के बारे में आपको क्या दिखाती हैं और आपके लिए वे क्या अर्थ रखती हैं?
अश्शूरियाँ हिंसक और सामरिक लोग थे। उन्होंने एक विशाल निष्ठुर साम्राज्य विकसित किया जो मसोपोटामिया तराई के उत्तर छोर में के उनके स्वदेश से फैला हुआ था। उनका कई बार बाइबल में यहूदा और इस्राएल के दुश्मनों के रूप में उल्लेख किया गया है।
इन प्राचीन लोगों के बारे में ज्यादा जानना, हमें बाइबल में बतायी बातों को समझने में, अवश्य मदद करेगा। अश्शूर के अपने अभिलेख भी बाइबल इतिहास और भविष्यवाणी की सत्यता की पुष्टि करते हैं। किन्तु अश्शूरियाँ कहाँ से उत्पन्न हुए?
ये समर्थ लोग, जो अपने आप को भारी भौंह और दाढ़ी के साथ चित्रित करते थे, नूह का पोता अश्शूर के वंशज थे। असल में, वही इब्रानी शब्द का अर्थ दोनों “अश्शूर” और “अश्शूरी” है। निम्रोद जिसका बाइबल में “यहोवा के विरुद्ध पराक्रमी शिकार खेलनेवाला” के रूप में उल्लेख किया गया है, निनवे और कालह के नगरों को स्थापित किया। ये दो नगर, साथ में अश्शूर और खोरसाबाद, बाद में अश्शूरी राजधानियाँ बनीं।—उत्पत्ति १०:८-१२, २२.
नहूम की पुस्तक इन शब्दों से शुरू होती है: “निनवे के विषय में भारी वचन” जो अश्शूर की राजधानी थी। क्यों? क्योंकि जैसे बाद में भविष्यवक्ता नहूम विवरण देता है, निनवे एक “हत्यारी नगरी . . . छल और लूट के धन से भरी हुई” थी। (नहूम १:१; ३:१) क्या वह अतिशयोक्ति कर रहा था? बिल्कुल नहीं!
अश्शूरियों के पास क्रूरता के लिए एक अप्रतिम ख्याति थी। उनके अपने बड़े राजभवनों के अलंकरण उन्हें एक के बाद एक देशों की लूटमार करते हुए, उन्हें जलाते और नाश करते हुए दिखाते हैं। उनका राजा अशूरनसिर्पाल डींग मारता है कि उसने एक खम्बे को उसके दुश्मनों के चमड़ों से आवृत किया था। वह कहता है: “मैंने उन में के कई कैदियों को आग में जलाया . . . कुछों के नाक, उनके कान , उनकी अँगुलियाँ मैंने काट दिए, बहुतों की आँखें मैंने निकाल दीं। मैंने एक खम्बा जीवतों को और एक खम्बा सिरों का बनवाया।”
धार्मिक प्रभाव
इसके बावजूद ये लोग बहुत धार्मिक थे। इन प्राचीन अश्शूरियों के बारे में कहा गया है: “युद्ध करना उस राष्ट्र का व्यवसाय था और पुरोहित युद्ध को निरन्तर उक़सानेवाले थे। उनका भरण-पोषण मुख्यतः विजय की लूट से होता था . . . लुटेरों की यह जाति अत्यन्त धार्मिक थी।”—एनशियन्ट सिटीस, डब्लू. बी. राईट, पृष्ठ २५.
अश्शूरियों ने बाबेलोन से उनका धर्म प्राप्त किया। द इल्लस्ट्रेटड बाइबल डिक्शनरी कहती है: “अधिकांश पहलुओं में अश्शूरी धर्म और बाबेलोनिया के धर्म के बीच, जहाँ से उसे पाया गया बहुत कम फर्क था।” एक अश्शूरी मुहर, जो अब लन्दन के ब्रिटिश म्यूज़ियम में प्रदर्शित है, उनके राष्ट्रीय ईश्वर अश्शूर को तीन सिरों के साथ दिखाती है। उनकी उपासना में ईश्वरों की त्रयी में विश्वास सामान्य था। इसलिए, क्रूरता और हिंसा का उनके इतिहास के कारण, यह आश्चर्य की बात नहीं कि बाइबल भविष्यवक्ता नहूम ने लिखा कि एकमात्र सच्चा परमेश्वर यहोवा अश्शूरियों की ओर “बदला लेनेवाला और जलजलाहट करनेवाला है।”—नहूम १:२.
जब निनवे गिर गयी, उसका नाशन इतना पूर्ण था कि सदियों के लिए उसका स्थल तक भुलाया गया। कुछ आलोचकों ने यह कहते हुए बाइबल का उपहास किया कि ऐसा एक नगर था ही नहीं! उसे पुनःपाया गया और पुरातत्वज्ञों ने वहाँ जो देखा वह सचमुच उत्तेजक था।
बड़े राजभवन अन्वेषित
१८४३ में फ्रेंच वाणिज्यदूत पॉल एमिले बोटा ने खोरसाबाद में खुदाई की, यह आशा करते हुए कि यह प्राचीन निनवे होगा। उसके बदले, उस ने बाइबल में यशायाह २०:१ में नाम के साथ उल्लिखित “अश्शूर के राजा सर्गोन” का शानदार राजभवन खोज निकाला। आलोचकों ने दावा किया कि बाइबल गलत है क्योंकि यही वह एकमात्र ज्ञान प्राचीन लिखित प्रमाण है जो इस राजा का उल्लेख करता है। परन्तु सर्गोन तो जीवित था क्योंकि पुरातत्वज्ञों ने उसका २००-कमरोंवाला राजभवन, और साथ ही शिलालेख और अन्य वस्तुओं का एक बिलक्षण खज़ाना उघाड़ दिया। इन में सर्गोन के वर्ष-वृत्तान्त भी शामिल थे जो, अश्शूरी दृष्टिकोण के अनुसार, बाइबल में उल्लिखित घटनाओं का अनुमोदन करते हैं। यद्यपि उसके बारे में कई बातें अब भी अपूर्ण हैं, मध्य १९वी सदी से सर्गोन सब से अधिक ज्ञात अश्शूरी राजाओं में से एक है।
बाद में, १८४७ में, ऑस्टिन हेनरी लयर्ड ने निनवे में, जो खोरसाबाद से करीब १२ मील दक्षिण-पश्चिम की ओर है सन्हेरीब का राजभवन खोज निकाला। यह वही सन्हेरीब है जिसने यरूशलेम का बलपूर्वक विरोध किया और बाइबल में नाम के साथ १३ बार उल्लिखित है। लयर्ड इस राजभवन के ७१ कमरों की जाँच की। उन्हें खुले हाथों से, युद्धों, विजयों और धर्मक्रियाओं के दृश्यों से अलंकृत किये गए।
और अधिक आश्चर्य की बात, पुरातत्वज्ञों ने सन्हेरीब के अपने वर्ष-वृत्तान्त पाए जो—मिट्टी से बनी सिलेंडरों पर या प्रिज़्मों पर अभिलिखित घटनाओं की वार्षिक रिपोर्ट थी। एक शिकागो विश्वविद्यालय के ओरियन्टल इन्स्टिट्यूट में रखा गया है, जब कि दूसरा, टेलर प्रिज़्म, ब्रिटिश म्यूज़ियम में है।
ये अन्वेषण क्या दिखाए हैं? यही कि इन लोगों के बारे में बाइबल जो कहती है और वे घटनाएं जिन में वे सम्बद्ध थे, हूबहू सही है—यहाँ तक कि अश्शूरी राजाओं के नामोल्लेख भी वही है।
अश्शूरी राजाएं
इन प्राचीन राजाओं के नाम आपको शायद अजीब लगेंगे, लेकिन इन से कम से कम साथ से परिचित होना अच्छा है क्योंकि वे निकट रूप से बाइबल में बतायी घटनाओं से सम्बन्धित है।
शलमनासेर III अपने पिता अशूरनसिर्पाल के बाद सिंहासन पर स्थान लिया। उसका विख्यात काला ओबेलिस्क पर, जो निमरूद (कालह) में पाया गया और ब्रिटिश म्यूज़ियम में प्रदर्शित है, एक उभादार चित्र है जो इस्राएल का राजा येहू उसे कर देते हुए दिखाता है, शायद एक दूत के द्वारा।—२ राजा १०:३१-३३ में उल्लिखित परिस्थितियों से तुलना करें।
बाद में, उसी सदी में, करीब सामान्य युग पूर्व ८४४ के आसपास, आनेवाले नाशनa के बारे में निनवे को चिताने के लिए योना को भेजा गया। उस नगर ने पश्चाताप किया और माफ किया गया। भले ही हम यह ठीक-ठीक नहीं जानते कि जब यह हुआ तब निनवे का राजा कौन था, यह देख लेना दिलचस्पी की बात है कि यह काल अश्शूरी पाशविकात में अवनति का काल था।
तिगलत पिलशर III (पूल नाम से भी कहा गया) वह पहला अश्शूर राजा है जो बाइबल में नाम के साथ उल्लिखित है। वह मनहेम के राज के दौरान इस्राएल के उत्तरी राज्य में प्रवेश किया (७९१-७८० सा.यु.पू.) बाइबल बताती है कि मनहेम ने उसे लौट जाने के लिए चाँदी के एक हज़ार तोड़े दिए।—२ राजा १५:१९, २०.
कालह में पाए गए उसके अपने वर्ष-वृत्तान्तों में तिगलत पिलशर इस बाइबल के तथ्य को यह कहते हुए अनुमोदन करता है: ‘मैंने कर . . . सामरिया के मनहेम से पाया।”
सामरिया गिरता है
फिर भी, सामरिया और इस्राएल का उत्तरी दस-जाति राज्य ने केवल अश्शूरियों के साथ बल्कि स्वर्ग और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता यहोवा के साथ भी मुसीबत में थे। वे उसकी उपासना को छोड़कर बाल के विलासी, मद्यप उपासना की ओर फिर गए थे। (होशे २:१३) हालाँकि उन्होंने यहोवा के भविष्यवक्ताओं के द्वारा भरपूर चेतावनी पा चुके थे, वे लौटने से इन्कार किया। इसलिए भविष्यवक्ता होशे यह लिखने के लिए प्रेरित हुआ: “सामरिया अपने राजा समेत जल के बुलबुले की नाईं मिट जाएगा।” (होशे १०:७; २ राजा १७:७, १२-१८) बाइबल कहती है कि अश्शूरियों ने इस्राएल पर ऐसे किया—और अश्शूरियों के अपने अभिलेख भी यही कहते हैं, जैसे हम देखेंगे।
शलमनासेर V ने, जो तिगलत-पिलशेर के बाद स्थान लिया, इस्राएल के उत्तर दस-जाति राज्य पर हमला किया और उसकी मज़बूत राजधानी सामरिया पर घेरा डाला। तीन वर्षीय घेराबन्दी के बाद सामरिया (सा.यु.पू. ७४० में) गिर गया, जैसे यहोवा के भविष्यवक्ताओं ने कहा था कि होगा।—मीका १:१, ६; २ राजा १७:५.
सर्गोन II शलमनासेर के बाद स्थान लिया और शायद सामरिया की अभिजीत पूर्ण की होगी क्योंकि कथित है कि उसके शासन का आरम्भ उस वर्ष से मिलता है, जब वह नगर गिर गया। बाइबल कहती है कि सामरिया के गिर जाने के बाद, अश्शूर के राजा ने “इस्राएल को अश्शूर में ले” गया। (२ राजा १७:६) खोरसाबाद में पाया गया एक अश्शूरी शिलालेख इस बात का अनुमोदन करता है। उस पर सर्गोन लिखता है: “मैंने सामरिया पर घेरा डालकर उसे जीत लिया, लूट के रूप में उसके २७,२९० निवासियों को ले गया।”
बाइबल आगे कहती है कि इस्राएलियों को निकालने के बाद अश्शूर के राजा ने अन्य नगरों से लोगों को लाकर “इस्राएलियों के स्थान पर शोमरोन के नगरों में बसाया, सो वे शोमरोन के अधिकारी होकर उसके नगरों में रहने लगे।”—२ राजा १७:२४.
क्या अश्शूरी अभिलेख इसका भी अनुमोदन करते हैं? जी हाँ, सर्गोन के अपने वर्ष-वृत्तान्त, जो निमरूद प्रिज़्म पर लिपिबद्ध है, बताते हैं: “मैंने सामरिया का नगर फिर से बसाया . . . मैंने उस में उन देशों से, लोगों को लाया, जिन पर अपने हाथों से विजय प्राप्त की थी।”—इल्लट्रेशन्स ऑफ ओल्ड टेस्टामेन्ट हिस्टरी; आर. डी. बारनेट, पृष्ठ ५२.
यरूशलेम बचाया गया
सन्हेरीब, सर्गोन का बेटा और उत्तराधिकारी, बाइबल के विद्यार्थियों में सुप्रसिद्ध है। सा.यु.पू. ७३२ में यह सैन्यवादी-मनस्क राजा ने यहूदा के दक्षिणी राज्य के विरुद्ध एक शक्तिशाली युद्ध का यन्त्र लाया।
बाइबल कहती है कि अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा के सब गढ़वाले नगरों पर चढ़ाई करके उनको ले लिया।” यरूशलेम के राजा हिजकिय्याह इस धमकी से भयभीत होकर, “अश्शूर के राजा के पास लाकीश को कहला भेजा” और उसके लौटने के लिए एक भारी शुल्क देने का प्रस्ताव रखा।—२ राजा १८:१३, १४.
क्या सन्हेरीब इसका अनुमोदन करता है कि वह लाकीश में था? अवश्य! उसने इस घेराबन्द के दृश्यों को उसके भव्य राजभवन में, बड़े पट्टों पर प्रदर्शित किया, जिस पर पुरातत्वज्ञों ने निनवे में अध्ययन किया था। ब्रिटिश के ये विस्तृत पट्टे लाकीश को आक्रमण-ग्रस्त रूप में दिखाते हैं। निवासियाँ आत्मसमर्पण करते हुए निकल रहे थे। कैदियों को लिए जा रहे हैं। कुछों को खम्भों पर चढ़ाए गए। दूसरे वही सन्हेरीब का आदर कर रहे हैं जिसका बाइबल के वृत्तान्त में उल्लेख किया गया। एक फानाकार कीलाक्षर अभिलेख कहता है: “सन्हेरीब, विश्व का राजा, अश्शूर का राजा, एक निमेदू सिंहासन पर बैठा और लाकीश (से लायी गयी) लूट का पुनरवलोकन किया।”
बाइबल कहती है कि हिजकिय्याह ने शुल्क के रूप में “तीन सौ किक्कार चान्दी और तीस किक्कार सोना” दिया। (२ राजा १८:१४, १५) यह अदायगी सन्हेरीब के वर्ष वृत्तान्तों में अनुमोदित है, भले ही वह “चान्दी के ८०० किक्कर” पाने का दावा करता है।
इस अदायगी के बावजूद अश्शूरी राजा के संदेशवाहकों ने यरूशलेम की दीवारों के बाहर खड़े हुए, यहोवा परमेश्वर का उपहास किया, उसके पवित्र नगर को धमकाया। यशायाह के द्वारा, जो यरूशलेम के अन्दर था, यहोवा ने सन्हेरीब के बारे में कहा: “वह इस नगर में प्रवेश करने, वरन इस पर एक तीर भी मारने न पाएगा, और न वह ढाल लेकर इसके साम्हने आने, वा इसके विरुद्ध दमदमा बनाने पाएगा। जिस मार्ग से वह आया, उसी से वह लौट भी जाएगा, और इस नगर में प्रवेश न करने पाएगा।”—२ राजा १८:१७-१९:८, ३२, ३३.
क्या यहोवा ने सन्हेरीब को रोका, जैसे कि प्रतिज्ञा की गई थी? ठीक उसी रात १८५,००० अश्शूरी, परमेश्वर के दूत के द्वारा, मारे गए! सन्हेरीब चला गया और निनवे में लौट आया, बाद में जब वह उसके ईश्वर निस्रोक के सामने दण्डवत कर रहा था उसके अपने दो बेटों ने उसका वध किया।—२ राजा १९:३५-३७.
स्वभावतः घमण्डी सन्हेरीब से यह अपेक्षा नहीं की जा सकती है कि वह अपनी सेना की यह कमी के बारे में डींग मारे। लेकिन वह जो भी कहता है दिलचस्पी की बात है। उसके वर्ष-वृत्तान्त दोनों जो ओरियन्टल इन्स्टिट्यूट प्रिज़्म और टेलर प्रिज़्म पर अभिलिखित है, कहते हैं: “हिजकिय्याह, उस यहूदी के बारे में, वह मेरी दासता के अधीन न हुआ, मैंने उसके ४६ शक्तिशाली नगरों, परकोटेदार किलों और उनके आस-पास के असंख्य छोटे-छोटे गाँवों में घेरा डाला और (उन पर) विजय पाया . . . और स्वयं उसको मैंने यरूशलेम में, उसके राजकीय निवास में एक कैदी बनाया, एक पिंजरे की चिड़िया के समान।” सन्हेरीब कहता है कि “मेरे प्रभुत्व का भयोत्पादक गौरव हिजकिय्याह को अभिभूत कर दिया। फिर, भी, वह ऐसा नहीं कहता कि उसने हिजकिय्याह को कैदी बनाया या यरूशलेम पर विजय पाया था, जैसे कि वह उन “शक्तिशाली नगरों” और “छोटे-छोटे गाँवों” के बारे में कहा था। क्यों नहीं? जैसे बाइबल दिखाती है कि सन्हेरीब की सेना का श्रेष्ठगण, जिन्हें यह करने के लिए भेजा गया, नाश किया गया।
एसर्हद्दोन, सन्हेरीब का कनिष्ठ पुत्र और उत्तराधिकारी, तीन बार बाइबल में उल्लिखित है—दूसरी राजा, एज्रा और यशायाह में। बाइबल बताती है कि अश्शूरियों ने यहूदा का राजा मनश्शे को बन्दी बनाया था। पुरातत्वज्ञों ने एक अश्शूरी सूची प्राप्त की जिस में “मनश्शे, यहूदा का राजा” भी उन में है जो एसर्हद्दोन को शुल्क दिए।—२ इतिहास ३३:११.
अशूरबनिपाल को एसर्हद्दोन का बेटा, एज्रा ४:१० में उल्लिखित “महान और प्रधान ओस्नप्पर माना गया है। उसने अश्शूरी साम्राज्य को उसकी अधिकतम सीमा तक बढ़ाया।
एक महा-शक्ति का अन्त
अश्शूर की दुष्टता के कारण, उसका नाशन का ओदश दिया गया था। यहोवा का भविष्यवक्ता नहूम ने लिखा था कि उसकी राजधानी निनवे के “नहरों के द्वार . . . में दरार किए जाएंगे” और राजभवन गलकर बैठा जाएगा।” चान्दी और सोने के लिए लूट होगी, वह नगर उज़ड़ जाएगा, और लोग कहेंगे: “निनवे नाश हो गई! कौन उसके कारण विलाप करे?”—नहूम २:६-१०; ३:७.
क्या ऐसे हुआ था? निनवे के विजेताओं को कहने दो। सा.यु.पू. ६३२ में बाबेलोनियों और मादियों ने अश्शूरी राजधानी पर तिक्त बदला चुकाया। बाबेलोन के इतिहास बताते हैं: “उस नगर और मन्दिर की बड़ी लूट वे ले गए और उस नगर को एक खंडहर (बना दिया)।”
दो बड़े टीलें उस स्थल को चिन्हित करते हैं जहाँ कभी वह घमण्डी राजधानी थी। वे उस तथ्य के पक्ष में एक मौन प्रमाण है कि कोई भी राष्ट्र—घमण्डी और क्रूर अश्शूर भी—यहोवा की भविष्यवाणियों की निश्चित पूर्ति रोक नहीं सकता।
[फुटनोट]
a तिथि के सम्बन्ध में हम बाइबल में सूचित कालानुक्रम को स्वीकार करते हैं जो कम विश्वासयोग्य स्थानीय सूत्रों पर आधारित तिथियों से अलग है। बाइबल के कालानुक्रम पर एक विस्तृत परिचर्चा के लिए एड टु बाइबल अन्डरस्टॅन्डिग, पृष्ठ ३२२-४८ विशेष रूप से अश्शूर पर आधारित भाग, पृष्ठ ३२५-६ देखें।
[पेज 26 पर नक्शा]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
अश्शूरी साम्राज्य
निनवे
बाबेलोन
दमिश्क
सामरिया
लाकीश
यरूशलेम
अरब
मिस्त्र
महा समुद्र
[चित्र का श्रेय]
Based on a map copyrighted by Pictorial Archive (Near Eastern History) Est. and Survey of Israel
[पेज 27 पर तसवीरें]
राजा अशूरबनिपाल मारे गए सिंहों पर दक्षिरा चढ़त उँडेलता है। क्या यह आपको निमरोद की याद दिलाता है?
[चित्र का श्रेय]
Courtesy of the British Museum, London
[पेज 28 पर तसवीरें]
एक अश्शूरी उभार जो लाकीश के यहूदी नगर के विरुद्ध एक घरा यन्त्र के साथ किए गए हमले को दिखाता है
[चित्र का श्रेय]
Courtesy of the British Museum, London
टेल लाकीश। जब तक अश्शूरियों ने लाकीश में घेरा नहीं डाला और उस पर विजय नहीं डाला तब तक दक्षिण-पश्चिम की यह महत्त्वपूर्ण सीमा-चौकी यहूदी पहाड़ी देश की रखवाली की
[चित्र का श्रेय]
Pictorial Archive (Near Eastern History) Est.
[पेज 29 पर तसवीरें]
सर्गोन II (बायीं ओर) का उभार, एक अश्शूरी अधिकारी की ओर अभिमुख है जो शायद युवराज सन्हेरीब होंगे।
[चित्र का श्रेय]
Courtesy of the British Museum, London