पुनःस्थापित परादीस परमेश्वर को महिमा प्रदान करता है
“मैं अपने चरणों के स्थान को महिमा दूँगा।”—यशायाह ६०:१३.
१, २. (अ) अपने भविष्यद्वक्ता यशायाह के ज़रिए, परमेश्वर ने पृथ्वी के बारे में क्या पूर्वबतलाया? (ब) भविष्य में एक हज़ार वर्ष आगे देखकर, हमें क्या नज़र आता है?
यहोवा ने पृथ्वी को अपने पैरों तले एक ग्रह के रूप में, अपनी प्रतीकात्मक चरणों की चौकी के तौर से, सृष्ट किया। अपने भविष्यद्वक्ता यशायाह के ज़रिए, परमेश्वर ने पूर्वबतलाया कि वह ‘अपने चरणों के स्थान को महिमा देता।’ (यशायाह ६०:१३) प्रेरित बाइबल की मदद से, हम मानो एक प्रभावशाली टेलीस्कोप से, मानवी भविष्य में एक हज़ार वर्ष आगे देख सकते हैं। कैसा हर्षविह्ल नज़ारा हमारी आँखों के सामने आता है! संपूर्ण पृथ्वी सारे विश्व में के महत्तम माली द्वारा उत्पन्न की गयी त्रुटिहीन सुन्दरता से चमकती है। दुनिया भर में मनुष्यजाति के लिए परादीस पुनःस्थापित की जा चुकी होगी!
२ हाँ, ईश्वरीय परम हस्ती को, जिसने एक बग़ीचे जैसे परादीस में मनुष्यजाति के अस्तित्व को शुरुआत दी, मनुष्यजाति की महत्तम खुशी का ख़याल है। मनुष्यजाति का एक प्रेममय सृजनहार हो तो ऐसा, जिस के बारे में यह कहना कोई अतिशयोक्ति नहीं कि “परमेश्वर प्रेम है”! (१ यूहन्ना ४:८, १६) पुनःस्थापित परादीस में, प्रौढ़ पुरुष और स्त्री, त्रुटिहीन मानवी पूर्णता में, प्रेममय भाई-बहनों के तौर से एकत्र रहते हैं। (यशायाह ९:६) प्रेम से प्रेरित होकर, वे स्वर्ग और पृथ्वी के शानदार सृजनहार, यहोवा परमेश्वर, के पूर्ण अधीनता में हैं।
३, ४. (अ) स्वर्ग और पृथ्वी एक दूसरे के सदृश किस तरह होंगे? (ब) जब परादीस इस पृथ्वी पर पुनःस्थापित होगी, तब स्वर्गदूत कैसी प्रतिक्रिया दिखाएँगे?
३ हज़ारों वर्ष पहले, अपने क्षेत्र के एक ईश्वरीय रूप से प्रेरित वर्णन में, परमेश्वर ने अपने चुने हुए लोगों से ये प्रभावोत्पादक शब्द कहे: “आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है।” (यशायाह ६६:१) उसके “चरणों की चौकी,” परादीस पृथ्वी की शान, अदृश्य ऊँचे से ऊँचे स्थान में उसके सिंहासन की शान के उचित रूप से सदृश होनी चाहिए।
४ पृथ्वी की सृष्टि के वक्त, स्वर्गीय क्षेत्र में जो कोई परमेश्वर के सिंहासन के इर्द-गिर्द सेवा कर रहे थे, उन्होंने नीचे पार्थीव दृश्य को ग़ौर किया। जब उनकी आँखों ने उसकी शानदार दीप्ति देखी, तब वे सम्मोहित रहे होंगे! वे सहज रूप से गीत गाने से कैसे रह सकते थे? (सपन्याह ३:१७, रिवाइज़ड् स्टैंडर्ड वर्शन; भजन १००:२; द जेरूसलेम बाइबल से तुलना करें।) प्रसन्न और आनन्दित सृजनहार ने अपने पार्थीव लिपिक को स्वर्गीय दृश्य का एक यथार्थ वर्णन प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित किया, यह कहकर: “भोर के तारे एक संग आनन्द से गाते थे, और परमेश्वर के सब पुत्र जयजयकार करते थे।” (अय्यूब ३८:७) जब परादीस पुनःस्थापित किया जाएगा, तब परमेश्वर के देवदूतीय पुत्र कितने अधिक हर्ष से बोल उठेंगे, जिस से परमेश्वर की महिमा होगी!
५. पृथ्वी के संबंध में परमेश्वर के प्रारंभिक उद्देश्य की पूर्ति के बारे में हमें कैसे महसूस करना चाहिए?
५ पवित्र शास्त्र से आश्वस्त किया जाना हमारे लिए वास्तव में मन प्रसन्न करनेवाली बात है, कि परादीस पृथ्वी की भव्य सिद्धि ही वह लक्ष्य था जिसके लिए यहोवा परमेश्वर ने पहले ही से उद्देश्य किया। इस पृथ्वी के लिए परमेश्वर के उद्देश्य की आनन्द-प्रेरक, प्रशंसा-उत्पादक पराकाष्ठा बिल्कुल वही बात है जिसकी अपेक्षा हम उस परमेश्वर से कर सकते हैं, जो अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित करने में कोई विफलता के बिना, ख़्याति-ख़्याति तक जाता है!—भजन १५०:१, २; यशायाह ४५:१८; प्रकाशितवाक्य २१:३-५.
पुनरुज्जीवित लोग परादीस पुनःस्थापित करने में मदद करते हैं
६. आरमागेडोन के बाद, यह पृथ्वी किस तरह आबाद की जाएगी?
६ हालाँकि आरमागेडोन के उत्तरजीवी संख्या में अपेक्षाकृत कम होंगे, यह पृथ्वी उनकी ओर से सिर्फ़ प्रजनन के ज़रिए पूर्ण रूप से आबाद न होगी। यहोवा उन लोगों को, जो स्मरण-क़ब्रों में हैं, और जो मसीह के छुड़ौती बलिदान के हिताधिकार के श्रेणी में आते हैं, पुनरुत्थित करने के द्वारा भी, ‘अपने चरणों के स्थान को महिमा देगा।’ पारी से, इन को हमारे पार्थीव गोले को एक आत्यंतिक रूप से सुन्दर परादीस में बदलने के रमणीय कार्य में हिस्सा लेने का विशेषाधिकार होगा।—प्रेरितों के काम २४:१५.
७. आरमागेडोन के उत्तरजीवी यीशु के कौनसे शब्द याद रखेंगे?
७ आरमागेडोन के उत्तरजीवी प्रभु यीशु मसीह के उस अवसर पर कहे मर्मस्पर्शी शब्द सदा याद रखेंगे, जब वह यह कहने के लिए प्रेरित हुआ: “इस से अचम्भा मत करो, क्योंकि वह समय आता है, कि जितने क़ब्रों में हैं, उसका शब्द सुनकर निकलेंगे।” (यूहन्ना ५:२८, २९) वह क्या ही समय होगा जब अपने स्मरण-क़ब्रों में मानव मृतक, परमेश्वर के पुत्र की आवाज़ सुनने लगेंगे, उन शब्दों के समान शब्द कहते हुए, जो लाजर से संबोधित किए गए थे, जिसका शव बैतनिय्याह के एक क़ब्र में था: “हे लाजर, निकल आ!”—यूहन्ना ११:४३.
८, ९. पृथ्वी पर नवीकृत जीवन में पुनरुत्थान पानेवाले पहले लोग संभवतः कौन होंगे, जिस से आरमागेडोन के उत्तरजीवियों को कैसा आनन्द होगा?
८ यीशु मसीह के आदेश की प्रतिक्रिया में, और उसके एक हज़ार वर्ष के राज्य के अधीन, पृथ्वी पर नवीकृत जीवन में पुनरुत्थित होनेवाले पहले व्यक्ति शायद कौन होंगे? तर्कसंगत रूप से ये “अन्य भेड़” होंगे, जो इस रीति-व्यवस्था की समाप्ति से पहले अन्तिम दिनों में मर गए। वे आद्य पुनरुत्थान अनुभव करेंगे। (यूहन्ना १०:१६) संभवतः उन्हें खुद को नयी व्यवस्था के अनुकूल बनाने में सबसे कम दिक़्क़त होगी।—मत्ती २५:३४; यूहन्ना ६:५३, ५४ से तुलना करें।
९ आरमागेडोन के उत्तरजीवियों के लिए यह कितना आनन्दप्रद होगा जब वे “अन्य भेड़ों” के उन लोगों को पुनरुत्थित होते देखेंगे जो “भारी क्लेश” से पहले की पीढ़ी में मर गए थे! (मत्ती २४:२१) शिनाख़्त करने की सुस्पष्ट क्षमताओं के साथ, आरमागेडोन के उत्तरजीवी उन्हें पहचानकर, उनका स्वागत करेंगे, और उनके साथ परमप्रधान परमेश्वर की ओर अपनी संयुक्त सेवा दोबारा शुरू करेंगे!
१०. आरमागेडोन से बच निकलने से, आप शायद क्या देख पाएँगे?
१० आरमागेडोन का एक उत्तरजीवी होने से, आप शायद खुद अपने किसी पार्थीव आशा रखनेवाले पहले रिश्तेदार के पुनरुत्थान के गवाह होंगे। आप पर इसका भावनात्मक प्रभाव उस माता-पिता पर के प्रभाव से क्या अलग होगा, जिन्होंने प्रभु यीशु को उनकी १२-वर्षीया बेटी को अपनी तरसती हुई बाँहों में लौटाते हुए देखा? “इस पर वे बड़े प्रहर्ष से फूले न समाए।” (मरकुस ५:४२, न्यू.व.) आह, वास्तव में, मृतलोक और समुंदर से मृतकों के पुनरुत्थान पर आपको क्या ही वर्णनातीत खुशी मिलेगी। (प्रकाशितवाक्य २०:१३) ओह, वह कल कितना शानदार रहेगा, एक ऐसा कल जो जल्द ही आएगा!
“सारी पृथ्वी पर राजकुमार”
११, १२. (अ) भजन ४५:१६ किस बात पर ज़ोर देता है? (ब) राजा, यीशु मसीह, कौनसे लोगों में से “सारी पृथ्वी पर राजकुमार” नियुक्त कर सकेगा?
११ मानव मृतकों को, जिनके लिए उसने अपना पूर्ण मानव जीवन एक छुड़ाई बलिदान के तौर से निछावर किया था, पुनरुत्थित करने की अपनी शक्ति का प्रयोग करने के ज़रिए, यीशु भजन ४५:१६ की पूर्ति कर सकेगा। इस भजन में यीशु मसीह को एक भविष्यसूचक रूप में प्रतिष्ठापित राजा के तौर से संबोधित किया गया है: “तेरे [पार्थीव] पितरों के स्थान पर तेरे पुत्र होंगे; जिनको तू सारी पृथ्वी पर राजकुमार ठहराएगा।” (न्यू.व.) इस भजन में इस बात पर ज़ोर दिया गया है कि यीशु मसीह यहाँ पृथ्वी पर के बच्चों का एक स्वर्गीय पिता बनेगा और कि वह उन में से पुत्रों को “सारी पृथ्वी पर राजकुमार” के रूप में नियुक्त करेगा। “दाऊद का पुत्र” होने के नाते और यहूदिया कुँआरी मरियम का पहलौठा होने के नाते, यीशु को पहले पिता, आदम, तक पार्थीव मानवी पूर्वज थे।—लूका ३:२३-३८.
१२ क्या भजन ४५:१६ यह कह रहा है कि जो लोग पहले यीशु के स्वाभाविक पूर्वज थे, उन्हें मृतावस्था से पुनरुत्थित करने के कारण, वे उसके पुत्र बन जाएँगे? हाँ। क्या भजन ४५:१६ यह भी कह रहा है कि चूँकि वह उनके वंश से आया, इसलिए यीशु उन्हें खास शाही अनुग्रह दिखाकर केवल उन्हें परादीस अवस्था की “सारी पृथ्वी पर राजकुमार” नियुक्त करेगा? नहीं। भविष्यद्वाणी की पूर्ति इस तरह होने से सारी पृथ्वी में “राजकुमारों” की सिर्फ़ एक सीमित संख्या की ही गुंजाइश होती। इस वास्तविकता के अलावा, उसके सभी पूर्वज इतने विशिष्ट न थे कि उसके सहस्राब्दी राज्यकाल में पृथ्वी पर कोई खास प्राधान्य के योग्य हों। राजा, यीशु मसीह, के पास अपने पार्थीव पूर्वजों के अलावा असंख्य और लोग होंगे, जिन्हें वह “राजकुमर” नियुक्त कर सकेगा—जो कि विश्वास रखनेवाले पूर्व-मसीही पुरुषों को सम्मिलित करके, आरमागेडोन उत्तरजीवियों और पुनरुत्थित “अन्य भेड़ों” में से योग्य व्यक्ति होंगे। इन सब में से, वह योग्य, सुपात्र व्यक्तियों को अपने पार्थीव प्रतिनिधियों के तौर से राजसी पद सँभालने के लिए नियुक्त कर सकेगा।
१३, १४. आरमागेडोन के उत्तरजीवियों को अपनी आँखों से किन पुनरुत्थित लोगों को देखने का विशेषाधिकार होगा?
१३ मसीही राज्य के अधीन पुनरुत्थान पानेवालों के बारे में सोचें। देखिए! क्या हम अपनी आँखों पर यक़ीन कर सकते हैं? वहाँ हाबील है, पहला मानव शहीद, और हनोक, जो परमेश्वर के साथ साथ चलता रहा। वहाँ नूह भी है, जहाज़-निर्माता। वहाँ इस्राएल की जाति के पूर्वपिता, इब्राहीम, इसहाक और याकूब भी हैं। वहाँ मूसा (जो लेवी की याजकीय जाति का था) और दाऊद हैं, जिसके साथ राज्य के लिए एक अनन्त वाचा बनाया गया था। और वहाँ यशायाह, यिर्मयाह, यहेजकेल, दानिय्येल, और, उन में से आख़री भविष्यद्वक्ता मलाकी तक, बाक़ी सारे बाइबल-लिखनेवाले इब्रानी भविष्यद्वक्ता हैं, और हाँ, बपतिस्मा देनेवाला यूहन्ना और यूसुफ, यीशु का दत्तकग्राही पिता भी वहाँ हैं।
१४ एक समय यीशु ने यहूदियों से कहा कि वे “इब्राहीम और इसहाक और याकूब और सब भविष्यद्वक्ताओं को परमेश्वर के राज्य में बैठे देखते, लेकिन [खुद उन्हें] बाहर निकाला जाता।” (लूका १३:२८) “सर्वशक्तिमान परमेश्वर के उस बड़े दिन की लड़ाई” के पार्थीव उत्तरजीवियों की “बड़ी भीड़” को “इब्राहीम और इसहाक और याकूब और सब भविष्यद्वक्ताओं को” एक बार फिर परादीस पृथ्वी पर तथा “अनन्त पिता,” यीशु मसीह के ज़रिए परमेश्वर के राज्य के अधीन शाही सेवा में अक्षरशः देखने के विशेषाधिकार से अनुग्रह दिखाया जाएगा।—प्रकाशितवाक्य ७:९, १४; १६:१४; यशायाह ९:६.
१५. जो लोग आरमागेडोन से बच निकलेंगे, उनके सामने कौनसा अनुपम विशेषाधिकार है?
१५ इस वर्तमान बुरी दुनिया से आप बच निकलनेवालों के लिए, नूह और उसके सन्निकट परिवार, “आठ प्राणी,” जो सामान्य युग पूर्व २३७० में सार्वभौमिक जलप्रलय में पहली दुनिया के अन्त के उत्तरजीवी बने, उनके साथ विचार-विनिमय कर सकना कितना मर्मस्पर्शी होगा! पूरी अनन्तता में बाक़ी किसी को भी आपके जैसे अनुभव न हुए होंगे और इस प्रकार इस विशिष्ट, अपुनर्घटनीय संबंध में यहोवा परमेश्वर के एक गवाह के रूप में सेवा न कर सके होंगे।—१ पतरस ३:२०; मरकुस १३:१९; २ पतरस ३:५-७.
सहानुभूतिशील कुकर्मी याद किया जाता है
१६, १७. (अ) जब यीशु सहानुभूतिशील कुकर्मी को याद करेगा, आरमागेडोन के उस वक्त जीवित उत्तरजीवियों और अन्यों को कैसा विशेषाधिकार प्राप्त होगा? (ब) पुनरुत्थित कुकर्मी के विषय कौनसी आशा रखी जाती है?
१६ बेशक, उस समय तक पृथ्वी पर परादीस पुनःस्थापित करने का कार्य भली-भाँति शुरू हो चुका होगा। कल्वरी पर यीशु के साथ जिस अपराधी को खूँटे पर चढ़ाया गया था और जिसने यीशु के सिर के ऊपर के पट्ट की स्वीकृति में यों कहा, “हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना,” उसे पुनःस्थापित परादीस में पार्थीव जीवन पाने के लिए पुनरुत्थित किया जाएगा। (लूका २३:४२) मृतावस्था से उसका स्वागत करना आरमागेडोन के उत्तरजीवियों और उस वक्त ज़िंदा अन्य लोगों का विशेषाधिकार होगा। वे उसे अब राज्य करनेवाले राजा, यीशु मसीह, के बारे में पूरी तरह सिखाएँगे, जिसके प्रति उसने सामान्य युग सन् ३३ के निसान १४ के रोज़ गहरी सहानुभूति दिखायी थी।
१७ प्रभु यीशु मसीह उसे अपने एक हज़ार वर्ष के राज्यकाल में किसी समय ज़रूर याद करेगा। बेशक वह सहानुभूतिशील, पुनरुत्थित कुकर्मी विश्व के अधिराट्, यहोवा परमेश्वर, के प्रति अपनी विश्वसनीयता साबित करने के द्वारा, राज्य कर रहे राजा, यीशु मसीह के लिए अपनी क़दरदानी प्रदर्शित करेगा, जिस से उसे पुनरुत्थान मिला है। फिर उसे बाक़ी की पुनर्जीवित, आज्ञाकारी मनुष्यजाति के साथ परादीसीय नयी दुनिया में अनन्त काल के लिए जीने का आनन्द उठाने के योग्य ठहराया जाएगा।
अदन की सार्वभौमिक, पुनःस्थापित बाटिका में जीवन
१८. पुनःस्थापित परादीस में जीवन कैसे होगा?
१८ पुनःस्थापित परादीस में, हर कोई हर किसी का दोस्त है। विश्वव्याप्त पारिवारिक रिश्तों के बंधन हर एक के तहे दिल से महसूस किए जाते हैं। सभी एक दूसरे को समझते हैं। वे एक सर्वसामान्य विश्व भाषा बोल रहे हैं। मुमकिन है कि यह मनुष्यजाति की प्रारंभिक भाषा है, जो मानव अस्तित्व के पहले १,८०० वर्ष तक पृथ्वी पर हर कोई बोलता था—सामान्य युग पूर्व ४०२६ में आदम की सृष्टि से लेकर पेलेग के समय तक (सा.यु.पू. २२६९ से २०३० तक), इसलिए कि “उसके दिनों में पृथ्वी [यानी, पृथ्वी की जनसंख्या] बंट गयी।” (उत्पत्ति १०:२५; ११:१) हर कोई जीने के विशेषाधिकार का आनन्द उठा रहे हैं, और जीवन के एक और दिन प्राप्त करने की वजह से हर नए दिन का धन्यवादपूर्णता से स्वागत किया जाता है। जैसे समय गुज़रता जाता है, वैसे शारीरिक दुर्बलता बढ़ नहीं रही। शारीरिक शक्तियाँ विकसित हो रही हैं, और बदन छीज नहीं रहे।—अय्यूब ३३:२५ से तुलना करें।
१९. जो लोग पहले अपाहिज थे, उनके विषय क्या देखने को मिलेगा?
१९ और देखिए! किसी समय के लँगड़े चल रहे, हाँ आनन्द से उछल-कूद रहे हैं। खोयी हुई बाँहें और पाँव चमत्कारिक रूप से वापस आते हैं। पहले के अँधे देखते हैं, बहरे सुनते हैं, और गूँगे एकदम आनन्द से बोलते और गाते हैं। (यशायाह ३५:५, ६ से तुलना करें।) मानव रूप और आकार की बदसूरती ग़ायब होती है। मानव पुरुषत्व सुन्दर रीति से मानव नारीत्व से सन्तुलित है। (उत्पत्ति २:१८) मानव पूर्णता से यहोवा परमेश्वर, पूर्ण मानव शरीर के सृजनहार, की महिमा होती है।
२०. प्रकृति की शक्तियाँ, खाद्य सामग्री, पशु सृष्टि और पृथ्वी को किस तरह इस्तेमाल किया जाएगा, इन के विषय क्या देखने को मिलेगा?
२० पूरी पृथ्वी एक सार्वभौम रमणीय स्थान बन रही है। पृथ्वी के किसी भी हिस्से से सूखे या विध्वंसक मूसलाधार वर्षा या विनाशकारी चक्रवात, बवण्डर और तूफ़ान की कोई ख़बर नहीं। (मरकुस ४:३७-४१ से तुलना करें।) प्रकृति की सभी शक्तियाँ पूरी पृथ्वी को रहने की एक उत्कृष्ट जगह बनाने के लिए पूर्ण सन्तुलन में लायी जा रही है। कहीं भी खाने की कोई कमी नहीं, इसलिए कि पृथ्वी अपनी पूरी उपज दे रही है। (भजन ७२:१६) मनुष्य और जानवर, दोनों को शान्ति और सुरक्षा प्राप्त होती है, उसी तरह जैसे यहोवा बताता है: “मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दुःख देगा और न हानि करेगा।” (यशायाह ११:९; यशायाह ११ आयत ६-८ भी देखें।) इस तरह, पृथ्वी को रहने के लिए एक आनन्दप्रद स्थान बना दिया जाएगा जिस पर पृथ्वी के सृजनहार तथा मालिक, यहोवा परमेश्वर की उपासना और सेवा कर सकेंगे। चूँकि सृष्टि करने के अधिकार से यह उसकी सम्पत्ति है, यह एक ऐसी रीति से इस्तेमाल होने के योग्य है जो उसे प्रसन्नचित्त और महिमान्वित करे।—यशायाह ३५:१, २, ६, ७ से तुलना करें।
२१. उद्धार पायी हुई मानवजाति पृथ्वी पर हर चीज़ को किस नज़र से देखेंगे, और कौनसा संगीत सुनायी देगा?
२१ स्फूर्तिदायक रूप से नया—पृथ्वी पर हर चीज़ कुछ इसी तरह होगी, उद्धार पाए हुए उन मानवों के लिए, जो अदन की परादीसीय बाटिका में कभी थे ही नहीं, जहाँ मानव जीवन की शुरुआत सुन्दर पूर्णता में हुई थी! (प्रकाशितवाक्य २१:५) तब क्या ही आनन्दप्रद संगीत, वाद्यसंगीत और कंठसंगीत—सभी जो यहोवा की स्तुति करता हो—सुनायी देगा!—१ इतिहास २३:४, ५; भजन १५०:३-६.
२२. परादीसीय नयी दुनिया में जीने का अनुभव कैसा रहेगा?
२२ एक ऐसी पृथ्वी में जीना कितना बढ़िया होगा, जिस में मानव जीवन भरपूर है और जहाँ आदम के आरंभिक पाप की वजह से उत्पन्न, मरने की प्रक्रिया की सभी अवस्थाएँ मिटायी जा चुकी होंगी! (यूहन्ना १०:१० से तुलना करें।) हाँ, यह एक ऐसी पृथ्वी होगी जिस में हर एक अनुमोदित मानव जीव यहोवा परमेश्वर के उस स्वरूप और समानता का विकिरण करेगा, जिस के साथ पहले मनुष्य आदम की सृष्टि की गयी थी! (उत्पत्ति १:२६, २७) तब से पृथ्वी स्वर्ग के साराप, करूब, और देवदूत के नज़रों में एक घृणित जगह न होगी। जब वे अपने प्यारे चेहरे पृथ्वी की ओर मुडेंगे, और परादीसीय सुन्दरता से सजी पृथ्वी ग़ौर से देखेंगे, तब उस व्यक्ति के सामने व्यक्त करने के लिए उनके पास सिर्फ़ प्रशंसा और एहसानमंदी होगी, जिसकी मुखाकृति सीधे-सीधे देखने का उन्हें विशेषाधिकार है—विश्व के अधिराट्, यहोवा।—मत्ती १८:१०.
एक आनन्दित, अन्तहीन भविष्य
२३. अभिषिक्त मसीहियों के संबंध में क्या संभव होगा, और इस से पार्थीव परादीस के निवासियों के लिए क्या नतीजा होगा?
२३ यह शक्यता और संभावना के क्षेत्र में है कि, भविष्य में किसी दिन, उन सभी अभिषिक्त मसीही, जिन्होंने स्वर्गीय राज्य में अपना “बुलाया जाना, और चुन लिया जाना” निश्चित किया है और जिन्हें इस दिव्य पुनरुत्थान का आशीर्वाद दिया गया है, उनके नाम, उनके पार्थीव परादीस में जी रहे मानव परिवार की जानकारी के लिए पूर्णतया प्रकाशित किए जाएँगे। (२ पतरस १:१०; भजन ८७:५, ६) इस प्रकार, पार्थीव परादीस में से यीशु मसीह के १,४४,००० आत्मा से अभिषिक्त शिष्यों की अनुपस्थिति हर किसी को सन्तोषजनक रीति से समझ में आ जाएगी और उनके लिए तथा उनके साथ हार्दिक हर्षोल्लास मनाया जाएगा।
२४. (अ) यहोवा अपनी “चरणों की चौकी” के संबंध में क्या निष्पन्न कर चुके होंगे? (ब) हम कैसे जानते हैं कि नयी दुनिया कभी समाप्त न होगी, और कौनसा भविष्यसूचक गाना परिपूर्ण होगा?
२४ जो कोई यहोवा, सारे विश्व के आदर्श अधिराट्, के प्रति अटूट भक्ति के संबंध में रहेंगे, उनके लिए अन्तहीन भविष्य आनन्दित होगा। पर्याप्त मात्रा में भरी पृथ्वी, एक ऐसी “चरणों की चौकी” के तौर से, जिस पर परमेश्वर के पैर प्रतीकात्मक रूप से टेके जा सकते हैं, एक उचित जगह, एक प्रशंसनीय जगह होगी। हाँ, यहोवा अनन्त काल तक ‘अपने चरणों के स्थान’ को महिमा दे चुके होंगे, और सारी मनुष्यजाति अविचल रूप से उसके अधीन होगी! (मत्ती ५:३४, ३५; प्रेरितों के काम ७:४९) नयी दुनिया अन्तहीन दुनिया होगी इसलिए कि “उसके राजसी शासन की बढ़ती और शान्ति का अन्त न होगा।” (यशायाह ९:७, न्यू.व.) तब, सामान्य युग पूर्व २ में यहूदिया के बैतलहम में यीशु के जन्म पर गाया स्वर्गदूतों का भविष्यसूचक गाना पूरा होगा: “ऊँचे से ऊँचे स्थान में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है, शान्ति हो।”—लूका २:१३, १४, न्यू.व.
२५. (अ) जो लोगा “अन्य भेड़ों” की “बड़ी भीड़” के सदस्य हैं, वे क्या क़दर करते हैं? (ब) हमारी हार्दिक इच्छा क्या होनी चाहिए?
२५ जो लोग बढ़िया चरवाहे के “अन्य भेड़ो” की “बड़ी भीड़” के सदस्य हैं, वे पुनःस्थापित परादीस के वादे के मर्मस्पर्शी शब्दों की क़दर करते हैं। अब परमेश्वर के संगठन के साथ साहचर्य में होना और प्रभु यीशु मसीह द्वारा पूर्वबतलाए गए कार्य, सारी पृथ्वी में राज्य का सुसमाचार एक आख़री गवाही के लिए प्रचार करने में उत्साह से व्यस्त रहना, उनका विशेषाधिकार है। (मत्ती २४:१४; मरकुस १३:१०) यहोवा के गवाह होने के नाते यह हमारी सच्ची, हार्दिक इच्छा है कि हम, उसके एकलौते बेटे, यीशु मसीह के शाही शासकत्व के अधीन, अपनी खराई सर्व काल के लिए बेदाग़ रखें, जिस से विश्व के अधिराट्, यहोवा परमेश्वर की चिरस्थायी महिमा और सत्यसिद्धि हो। “हल्लिलूय्याह!”—प्रकाशितवाक्य १९:१, ३, ४, ६, आर.एस.वी., न्यू इंटरनॅशनल वर्शन; नीतिवचन १०:९.
आप कैसे जवाब देंगे?
◻ यहोवा ने अपने प्रतीकात्मक “चरणों की चौकी,” इस पृथ्वी के बारे में क्या वादा किया है?
◻ परादीस पुनःस्थापित करने में कौन सहायता करेंगे?
◻ राजा, यीशु मसीह, कौनसे लोगों में से “सारी पृथ्वी में राजकुमार” नियुक्त करेगा?
◻ जब पुनरुत्थान होगा, तब आपको कैसा मर्मस्पर्शी अनुभव हो सकता है?
◻ जो यहोवा के प्रति अटूट भक्ति के संबंध में रहते हैं, उनके सामने कैसा भविष्य है?