शक्तिशाली बाबुल —तीसरी विश्व महाशक्ति
नबूकदनेस्सर के अधीन प्राचीन बाबुल उच्चता के शिखर पर था, उसका धर्म संसार में फैल रहा था और उसे एक ही रात में जीत लिया गया। इस नगर के बारे में अधिक जानने से बाइबल की सटीकता के बारे में और उसकी अद्भुत भविष्यवाणियों की अचूक पूर्णता के बारे में आपकी धारणा पुष्ट होगी।
दक्षिण मिसोपोटामिया में शक्तिशाली बाबुल परात नदी के दोनों तरफ अपना आधिपत्य जमा लेता है। वह “सब राज्यों का शिरोमणि” था और धार्मिक, व्यापारिक व सैन्य बल का केन्द्र था। (यशायाह १३:१९) उसके पास अपार धन, वैभवशाली इमारतें और विश्व प्रसिद्ध बगीचे थे। वह अपने दिनों की विश्वशक्ति थी।
तौभी यहोवा के भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह को यह लिखने की प्रेरणा मिली: “बाबुल खण्डहर और गोदड़ों का वासस्थान होगा, और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजायेंगे और उसमें कोई न रहेगा।”—यिर्मयाह ५१:३७.
इस महान नगर का सम्पूर्ण विनाश? ऐसी कल्पना भी कौन कर सकता था? तथापि कभी गर्व से चूर बाबुल आज निराश के कुछ संगृहित आवशेषों का ढेर माता है, जो बगदाद से ५० मील दूर दक्षिण में, दक्षिण-पूर्वी ईशक में बिखरे हैं। इसके गिरने का क्या कारण था?
विश्व के प्राचीनतम नगरों में से एक बाबुल को नूह के परपोते निम्रोद ने स्थापित किया था, जो यहोवा की दृष्टि में पराक्रमी शिकार खेलनेवाला था। (उत्पत्ति १०:८-१०) किन्तु हमारी दिलचस्पी का समय निम्रोद के बहुत बाद आता है। यह मिश्र और असीरीया के विश्व शक्तियाँ रह चुकने के बाद आता है।
नबूकदनेस्सर के दिनों में बाबुल
करीब २,६०० वर्ष पूर्व ६३२ सा.यु.पू. में, बाबुल और उसके मित्र राष्ट्रों ने असीरीयाa को अखाड फेंका तत्पश्चात्, बाबुल, असीरीया का स्थान लेकर, बाइबल के इतिहास में तीसरी विश्वशक्ति बन जाता है।
नबूकदनेस्सर जो इस नव-बाबुल या नये बाबुल के सिंहासन को ग्रहण करता है केवल सम्राट ही नहीं परन्तु नगर का निर्माता भी था। बाबुल की मजबूत दीवारें और प्रभावशाली ईमारतें बहुत हद तक उसे ही श्रेय देती हैं। बड़ी संख्या में ईंटों पर उसका नाम नबूकदनेस्सर लिखा गया—उसी नबूकदनेस्सर का बाइबल की पुस्तकों यिर्मयाह और दानिय्येल में उल्लेख किया गया है बाइबल इस नबूकदनेस्सर को घमण्ड से बोलते हुये दिखाती है: “क्या यह बड़ा बाबुल नहीं है जिसे मैं ही ने बनाया है?”—दानिय्येल ४:३०.
बाबुल को दो बड़ी दीवारें घेरे हुये थी जिनके बीच के स्थान में अनगदे पत्थर भरे हैं। दोनों मिल कर ३० फुट से भी मोटा अवरोध बनाते हैं। दीवार के बाहर ६५ से २६० फुट चौड़ी खाई है जो ईंटों से बनी है जिसमें हर प्रकार की नाव चलाई जाती थी।
उत्तर की ओर से आता राजमार्ग, ४० फुट ऊँचे ईश्तार द्वार से होता हुआ नगर के मुख्य मार्ग से जाता जो प्रदर्शन का चौड़ा मार्ग था। नबूकदनेस्सर का महल ईश्तार द्वार में दाँयी ओर था। उसका सिंहासन कक्ष ५०×१७० फुट का माप का था। इसके मुख्य द्वार के दीवारें कुशलतापूर्वक रंगी गई ईंटों से सजे थे जिन पर सिंह, बैल और पंखवाले साँप बने थे। इनमें से एक सिंह पेरिस के लोवरी संग्रहालय में देखा जा सकता है।
बाबुल का धर्म
इस नगर बाबेल का इब्रानी में अर्थ “गड़बड़” है जबकि सुमेरियन और अक्कादी भाषा में इसका अर्थ है “परमेश्वर का फाटक।” दोनों अर्थ बाबुल को उसके धर्म से संयुक्त करते हैं। कुछ विद्वान विश्वास करते हैं कि बाबुल का ईश्वर मार्दुक (बाइबल में मेरोदक) निम्रोद का ही दैवीयकरण है। बाबुल का धर्म अनेक त्रियेक ईश्वरों को भी मानता है। इनमें से एक सिन (चन्द्रदेव) शामाष (सूर्य देव) और ईश्तार (प्रेम और जननक्षमता की देवी)।
वहाँ ज्योतिष विद्या बहुत प्रचलित थी। बाबुलवासियों से तब ज्ञात ग्रहों के नाम अपनी पाँच प्रमुख देवीयों के नाम पर रखे थे। एक आधुनिक ऐतिहासिक कार्य व्याख्या करता है: हम इन ग्रहों को उनके शेमन नाम से जानते हैं परन्तु रोमियों ने इन्हें बाबुल से लेकर रोम में उनके समानार्थियों से अनुवाद कर दिया था। इस प्रकार से प्रेम की देवी ईश्तार के नाम का ग्रह वीनस बन गया, और मार्दुक बदल कर जुपीटर।”b “चेल्डियन” शब्द जो बाबुल वासियों द्वारा उपयोग किया जाता है “ज्योतिष” शब्द का लगभग पर्याय है।
बाइबल कहती है कि बाबुल “गढ़ी हुई मूरतों” और “खुदी हुई भयानक प्रतिमाओं का देश” था। (यिर्मयाह ५०:२, ३८) जी हाँ, उसके धार्मिक विचार संसार व्याप्त दूसरे धर्मों का मुख्य स्रोत है। रिलीजन ऑफ बेबिलोनिया एण्ड असीरीया में प्रोफेसर मोरिस जेस्ट्रो ने कहा: “प्राचीन संसार में मसीहीयत के फैलने से पहले, मिस्र, फारस और यूनान बाबुल के धर्मों से प्रभावित थे।” बाद में उसके कई झूठे विचार मसीही जगत के गिरजों में स्वीकारे और सिखाये गये! इसीलिये बाइबल, झूठे धर्मों के इस विश्व साम्राज्य को “बड़ा बाबुल” कह कर पुकारती है।—प्रकाशितवाक्य १७:३-५.
यरूशलेम बाबुल द्वारा जीता गया
यशायाह भविष्यद्वक्ता उस समय जीवित था, जब दूसरी विश्व शक्ति, असीरीया की प्राचीन संसार पर प्रभुता थी। तब उसे यह भविष्यवाणी करने की प्रेरणा मिली थी कि यरूशलेम का नाश, शक्तिशाली असीरीया द्वारा नहीं परन्तु बाबुल द्वारा किया जायेगा। (यशायाह ३९:६, ७) क्या यह भविष्यवाणी सत्य प्रमाणित हुई? आइये देखें।
यशायाह के समय से एक शताब्दी पश्चात् बाबुल और उसके मित्र राष्ट्रों ने असीरीया को पराजित किया और बाबुल नई शक्ति बना। इसके बाद ६१७ सा.यु.पू. में बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने यरूशलेम के राजा यहोयाकीन को हराकर उसे और “नगर के अन्य प्रमुख लोगों” को बन्दी बनाकर बाबुल भेज दिया। नबूकदनेस्सर ने मतय्याह को यरूशलेम का राजा बनाकर उसका नाम “बदलकर सिदिकिय्याह रख दिया।”—२ राजा २४:११-१७.
पुरातत्ववेताओं द्वारा खोजा गया स्वयं बाबुलवासियों का रिकार्ड स्वयं इस बात की पुष्टि करता है। बाबुल इतिहास की प्राचीन मिट्टी की पट्टियाँ जिन पर मुख्य घटनायें अंकित की गई थीं, बताती है कि बाबुल के राजा ने यहूदा (यरूशलेम) नगर को घेर लिया और नगर पर अधिकार करके राजा को बन्दी बना लिया। उसने उसके स्थान पर अपनी पसन्द का राजा नियुक्त किया और अपना शुल्क लेकर (उसे) बाबुल भेज दिया।”
इसके अलावा बाइबल वर्णन करती है कि यहोयाकीन जब बन्धुआई में थे, उसे भोजन भत्ता दिया जाता था। (२ राजा २५:२७-३०) पुरातत्ववेताओं ने ऐसे दस्तावेज प्राप्त किये हैं जिनमें “राजा यहोयाकीन” और यहूदा के राजा के पुत्रों को” भोजन भत्ता दिये जाने का वर्णन है।
हालाँकि यरूशलेम के लोग परमेश्वर के साथ वाचा में थे, मगर उन्होंने हठीले होकर उसके मार्गों पर चलने और उसके भविष्यद्वक्ताओं की सुनने से इंकार किया। यहोवा ने कहा कि “उन्होंने हठ करके मेरे वचन को नहीं माना है।” यिर्मयाह के द्वारा उसने चेतावनी दी कि, “मैं सब यहूदियों को बाबुल के राजा के वश में कर दूंगा। वह उनको बंधुआ करके बाबुल ले जायेगा और तलवार से मार डालेगा।”—यिर्मयाह १९:१५; २०:४.
अतः जब सिदिकिय्याह ने नबूकदनेस्सर के खिलाफ विद्रोह किया, बाबेली वापस आये और यरूशलेम में पड़ाव डाला। तामूज माह की ९ तारीख, सा.यु.पू. ६०७ को उन्होंने उसकी दीवारों को ढा दिया। उन्होंने मंदिर को जला दिया, शहरपनाह को ढा दिया और सिदिकिय्याह और बहुत से लोगों को बाबुल ले गये। यहोवा के वचन सचमुच सही प्रमाणित हुये: “सारी जातियों का यह देश उजाड़ ही उजाड़ होगा, और ये सब जातियाँ सत्तर वर्ष तक बाबुल के राज के अधीन रहेंगी।”—यिर्मयाह २५:११.
नबूकदनेस्सर के स्वप्न की मूर्ति
बाद में अपने दिनों की विश्वशक्ति का प्रधान बाबुल का राजा नबूकदनेस्सर कुछ अभूतपूर्व जानकारी पाता है। परमेश्वर उसे एक विशाल प्रतिमा का स्वप्न देता है यह स्वप्न नबूकदनेस्सर के समय से विश्व के इतिहास की रूपरेखा प्रकट करता है जो मादी और फारसी और यूनान से रोम तक और हमारे समय के बाद परमेश्वर के राज्य द्वारा सारी मानव सरकारों के स्थायी प्रतिस्थापन तक जाती है। परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता दानिय्येल द्वारा नबूकदनेस्सर को कहा गया: “महान परमेश्वर ने राजा को जताया है कि इसके बाद क्या होनेवाला है। न तो स्वप्न में और न उसके फल में कुछ सन्देह है।”—दानिय्येल २:२८-४५.
नबूकदनेस्सर को व्यक्तिगत रूप से भी बड़े प्रबल तरीके से यह सबक सीखना पड़ा कि इन सांसारिक मामलों में परमेश्वर का हाथ हो सकता है—और यह कि, “मनुष्यों के राज्य में परमप्रधान ही प्रभुता करता है और जिसे चाहे वह उसे दे देता है।”—दानिय्येल ४:२५.
बाबुल का उजडना पूर्वघोषित
फिर भी यहोवा के लोगों पर बाबुल की अत्यधिक क्रूरता, बिना दण्ड पाये नहीं रही। यिर्मयाह के द्वारा यहोवा ने कहा: “मैं बाबुल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूंगा जो उन्होंने तुम लोगों के साम्हने सिय्योन में की है।” और यशायाह के द्वारा उसने पूर्व घोषित किया: “मैं उनके विरुद्ध मादी लोगों को उभारूँगा।”—यिर्मयाह ५१:२४; यशायाह १३:१७.
कोई दो शताब्दी पूर्व ही यहोवा ने उस अगुवा का नाम भी दिया जो बाबुल के गिराकर उसके लोगों को छुडौती देता—कुस्रू, जिसे कुस्रू महान के नाम से जाना जाता है। कुस्रू के बारे में भविष्यवाणी कहती है कि, उसके साम्हने फाटकों को ऐसा खोल दूँगा कि वे फाटक बन्द न किये जायेंगे।” (यशायाह ४४:२६-४५:१) क्या यह बात सचमुच हो गई? इतिहास उत्तर देता है।
बाबुल गिरता है!
जैसे ही यहूदी बन्धुआई के ७० वर्ष समाप्त होने वाले थे, मादी व फारसी कूच कर रहे थे। बाबुल का राजा नबोनिदुस पहले ही युद्धक्षेत्र पर कुस्रू से भाग गया था। यूनानी इतिहासकार हेरोदोतस कहता है कि बाबेली बहुत लम्बी घेराबन्दी करने के लिये सुसज्जित थे। साथ ही, बाबुल की मजबूत दीवारों में भी उनका अटूट विश्वास था।
बाइबल का लेख इस तरह बताता है, सा.यु.पूर्व. ५३९ में अक्टूबर ५/६ की रात्री में बेलशेस्सर ने बाबुल में एक बड़ी जेवनार का अपने प्रधानों और मेहमानों के लिये आयोजन किया। (दानिय्येल ५:१-४) हेरोदोतस पुष्टि करता है कि उस रात को वहाँ उत्सव मनाया गया था। वह कहता है कि, “नगर के लोग उस समय नाच रहे थे और आनन्द कर रहे थे।” बाहर कुस्रू ने किसी प्रकार से परात नदी का पानी काट दिया था, जो नगर के बीच से बहता था। जैसे पानी का स्तर कम होता गया, उसकी सेना पिछले मार्ग से चलकर उस जगह से जिसे हेरोदेतस ने नदी की ओर खुलनेवाले “छोटे फाटक कहा है” नगर में प्रवेश किया, जिन्हें बाबेलियों द्वारा खुला छोड़ दिया गया था।
कई वर्ष पहले भविष्यद्वक्ता यिर्मयाह ने बाबुल के गिरने का लेखाचित्रण किया था: “बाबुल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इंकार करते हैं . . . एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे से मिलने और बाबुल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है और घाट शत्रुओं के वश में हो गये हैं, ताल भी सुखाये गये और नावें जला दी गई हैं।—यिर्मयाह ५१:३०-३२.
ब्रिटिश संग्रहायल में रखा नबोनिदस इतिहास इस वर्णन की पुष्टि करता है। वह कहता है कि कुस्रू की सेना बिना लड़े ही बाबुल में प्रवेश कर गई।’
यहोवा की भविष्यवाणी पूरी हुई
एक ही रात में बाबुल गिर गया। बाइबल इतिहास की तीसरी विश्व महाशक्ति का अचानक अन्त हो गया। कुस्रू उस कीलाकार दस्तावेज पर गर्व कर सकता था जो कुस्रू सिलेण्डर के नाम से जाना जाता है। “मैं कुस्रू हूँ, महान राजा, विधिवत राजा, बाबुल का राजा, सुमेर का राजा।” इसके तुरन्त बाद कुस्रू ने अपना प्रसिद्ध आदेश जारी किया और करीब ५०,००० यहूदी बंदी यरूशलेम और यहोवा के मन्दिर के पुनर्निर्माण के लिये भेजे गये। वे पूर्वघोषित ७० वर्ष की बन्धुआई के ठीक अन्त में वहाँ पहुँचे थे।—एज्रा १:१-११.
शताब्दियों बाद यीशु का प्रेरित, पतरस यहाँ फलफूल रहे यहूदी समाज को सिखाने आया और बाबुल से ही पतरस ने कम से कम अपनी एक पत्री लिखी थी। (१ पतरस ५:१३) लेकिन अपने समय में वह भविष्यवाणी पूरी हुई थी: “और बाबुल जो सब राज्यों का शिरोमणि है और जिसकी शोभा पर कसदी लोग फूलते हैं वह ऐसा हो जायेगा जैसे सदोम और अमोरा, जब परमेश्वर ने उन्हें उलट दिया था। वह फिर कभी न बसेगा।”—यशायाह १३:१९, २०.
आज शक्तिशाली बाबुल कुछ नहीं पर पत्थरों का धूलभरा देतू है, उजाड़ ही उजाड़ जो यहोवा के भविष्यवाणी रूपी वचन की सटीकता का मौन और अर्थपूर्ण उदाहरण है।—यिर्मयाह ५१:३६, ३७.
[फुटनोट]
a तारीख के संबन्ध में, हम बाइबल में पाये कालानुक्रम को स्वीकार करते हैं। वह कभी कभी कम भरोसेयोग्य लौकिक स्रोत पर आधारित पुरानी तारीखों से भिन्न है। बाइबल के कालानुक्रम के बारे ज्यादा चर्चा करने के लिए पुस्तक एड टू बाइबल अंडरस्टार्न्डिग, पृष्ठ ३२२-४८ देखें।
b द डॉन ऑफ सिवीलाइसेशन एण्ड लाईफ इन दी एन्शियण्ड ईस्ट (१९४०), लेखक आर. एम. एन्बर्ग और एफ. सी. कोले, पृष्ठ २३०-२.
[पेज 30 पर नक्शा]
(भाग को असल रूप में देखने के लिए प्रकाशन देखिए)
बाबुल के साम्राज्य का फैलाव
महासागर
फरात नदी
बाबुल
मादी
यरूशलेम
[चित्र का श्रेय]
Based on a map copyrighted by Pictorial Archive (Near Eastern History) Est. and Survey of Israel
[पेज 30 पर तसवीरें]
बाबुल के ईश्तार द्वार का पुनर्निर्माण (दायें)
[चित्र का श्रेय]
Museum of Western Asiatic Antiquity, East Berlin, GDR
आज बाबुल के खण्डहर (नीचे)