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एक पिता और उसके विद्रोही बच्चेयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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नासमझ जानवर भी कहीं ज़्यादा वफादार होते हैं
5. किस तरह बैल और गधा अपने मालिक का वफादार होता है, जबकि इस्राएल ऐसा नहीं था?
5 यशायाह के ज़रिए, यहोवा कहता है: “बैल तो अपने मालिक को और गदहा अपने स्वामी की चरनी को पहिचानता है, परन्तु इस्राएल मुझे नहीं जानता, मेरी प्रजा विचार नहीं करती।” (यशायाह 1:3)a बैल और गधा बोझ ढोनेवाले जानवर हैं और मध्यपूर्व देशों के लोग इन्हें हर दिन देखते हैं। यहूदा के लोग इस बात से इनकार नहीं कर सकते थे कि इन नासमझ जानवरों में भी वफादारी का जज़्बा होता है। उन्हें अच्छी तरह मालूम होता है कि उनका कोई मालिक है। गौर कीजिए कि इसी बारे में बाइबल पर खोजबीन करनेवाले एक विद्वान ने शाम ढलने के वक्त मध्यपूर्व के एक नगर के फाटक के पास क्या नज़ारा देखा: “जैसे ही मवेशियों के झुण्ड नगर के अंदर दाखिल हुए वैसे ही हर मवेशी ने अपना-अपना रास्ता ले लिया। हर बैल अच्छी तरह जानता था कि उसका मालिक कौन है और कौन-सा रास्ता सीधे उसके घर को जाता है। वह एक पल के लिए भी आड़ी-तिरछी और छोटी-छोटी गलियों के भूल-भुलैया से नहीं चकराया। और गधा तो अपने मालिक के घर के दरवाज़े से होता हुआ, सीधे ‘उसकी चरनी’ पर जाकर खड़ा हो गया।”
6. यहूदा के लोगों ने कैसे नासमझी की?
6 ऐसे नज़ारे यशायाह के दिनों में बहुत आम थे, इसलिए यहोवा जो कहना चाह रहा है वह बिलकुल साफ है: अगर एक नासमझ जानवर भी इतना जानता है कि उसका मालिक कौन है और उसकी चरनी कहाँ है तो यहूदा के लोग तो समझ रखनेवाले इंसान हैं। क्या उनके पास यहोवा को छोड़ देने का कोई भी बहाना हो सकता है? सचमुच, उन्होंने ज़रा भी ‘विचार नहीं किया’ है। मानो वे भूल गए हों कि उनकी खुशहाली, यहाँ तक कि उनकी ज़िंदगी भी यहोवा की ही बदौलत है। यह तो वाकई, यहोवा की दया ही है कि वह अब भी यहूदा के लोगों को “मेरी प्रजा” कहकर पुकारता है!
7. यहोवा ने हमारे लिए जो कुछ किया है उसके लिये हम किन तरीकों से उसका एहसान मान सकते हैं?
7 हम कभी ऐसे नासमझ न बनें, न ही उन तमाम एहसानों को भूलें जो यहोवा ने हम पर किए हैं! इसके बजाय हमें भजनहार दाऊद की तरह होना चाहिए, जिसने कहा: “हे यहोवा परमेश्वर मैं अपने पूर्ण मन से तेरा धन्यवाद करूंगा; मैं तेरे सब आश्चर्य कर्मों का वर्णन करूंगा।” (भजन 9:1) ऐसा करने के लिए हमें लगातार यहोवा का ज्ञान लेते रहना चाहिए, क्योंकि बाइबल कहती है कि “परमपवित्र ईश्वर को जानना ही समझ है।” (नीतिवचन 9:10) अगर हम हर रोज़ यहोवा से मिलनेवाली आशीषों पर मनन करें तो हम उसका धन्यवाद करेंगे और अपने स्वर्गीय पिता के साथ एहसानफरामोशों जैसा बर्ताव नहीं करेंगे। (कुलुस्सियों 3:15) यहोवा कहता है, “धन्यवाद के बलिदान का चढ़ानेवाला मेरी महिमा करता है; और जो अपना चरित्र उत्तम रखता है उसको मैं परमेश्वर का किया हुआ उद्धार दिखाऊंगा!”—भजन 50:23.
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एक पिता और उसके विद्रोही बच्चेयशायाह की भविष्यवाणी—सारे जगत के लिए उजियाला भाग I
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a यहाँ “इस्राएल,” दो गोत्रों से बने यहूदा के राज्य को कहा गया है।
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