जीएँ मसीहियों की तरह
सूखे के साल में आप क्या करेंगे?
हममें विश्वास और भरोसा दोनों होना चाहिए। अगर हमारा विश्वास मज़बूत होगा तो हम भरोसा रखेंगे कि यहोवा हमारी हिफाज़त और देखभाल करेगा। (भज 23:1, 4; 78:22) हम जानते हैं कि इस व्यवस्था का अंत बहुत करीब है, इस वजह से शैतान के हमले बढ़ते जाएँगे। (प्रक 12:12) हम उन हमलों का सामना कैसे कर सकते हैं?
सूखे के साल में आप क्या करेंगे? वीडियो देखिए। फिर नीचे दिए सवालों का जवाब दीजिए:
हम कैसे यिर्मयाह 17:8 में बताए “पेड़” की तरह हैं?
“तपती गरमी” जैसी मुश्किलों में से एक मुश्किल क्या है?
ऐसे में हमारा क्या होता है और क्यों?
शैतान क्या तोड़ना चाहता है?
हम कैसे उन लोगों की तरह हैं जो अकसर हवाई-जहाज़ में सफर करते हैं?
हमें क्यों विश्वासयोग्य और बुद्धिमान दास पर भरोसा करते रहना चाहिए? हम पर कौन-सी आज़माइशें आ सकती हैं?
बाइबल के सिद्धांतों पर चलने की वजह से शायद दुनिया के लोग हमारा मज़ाक उड़ाएँ फिर भी हमें क्यों इन सिद्धांतों पर चलते रहना चाहिए?