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झूठे शिक्षकों के विरुद्ध यहोवा का न्यायप्रहरीदुर्ग—1994 | मार्च 1
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१७. (क) यिर्मयाह के अनुसार, दुष्ट यरूशलेम पर क्या न्याय आना था? (ख) जल्द ही मसीहीजगत को क्या होगा?
१७ यहोवा, महान न्यायी से मसीहीजगत के झूठे शिक्षक क्या न्याय पाएँगे? आयत १९, २०, ३९ और ४० उत्तर देती हैं: “देखो, यहोवा की जलजलाहट का प्रचण्ड बवण्डर और आंधी चलने लगी है; और उसका झोंका दुष्टों के सिर पर ज़ोर से लगेगा। जब तक यहोवा अपना काम और अपनी युक्तियों को पूरी न कर चुके, तब तक उसका क्रोध शान्त न होगा। . . . मैं तुम को बिलकुल भूल जाऊंगा और तुम को और इस नगर को जिसे मैं ने तुम्हारे पुरखाओं को, और तुम को भी दिया है, त्यागकर अपने साम्हने से दूर कर दूंगा। और मैं ऐसा करूंगा कि तुम्हारी नामधराई और अनादर सदा बना रहेगा; और कभी भूला न जाएगा।” यह सब दुष्ट यरूशलेम और उसके मंदिर के साथ हुआ, और अब एक समान विपत्ति दुष्ट मसीहीजगत पर जल्द आएगी!
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झूठे शिक्षकों के विरुद्ध यहोवा का न्यायप्रहरीदुर्ग—1994 | मार्च 1
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२१. (क) यरूशलेम का विनाश सा.यु.पू. ६०७ में क्यों हुआ? (ख) यरूशलेम के विनाश के बाद, झूठे भविष्यवक्ताओं को और यहोवा के सच्चे भविष्यवक्ता को क्या हुआ, और यह हमें आज क्या आश्वासन देता है?
२१ यिर्मयाह के दिनों में यहोवा का न्याय तब पूरा किया गया जब बाबुल के लोगों ने सा.यु.पू. ६०७ में यरूशलेम का नाश किया। जैसे भविष्यवाणी की गई थी वह उन ज़िद्दी, अविश्वासी इस्राएलियों के लिए “नामधराई और अनादर” था। (यिर्मयाह २३:३९, ४०) इस नाश ने उन्हें दिखाया कि यहोवा ने, जिसका उन्होंने बार-बार निरादर किया था, आख़िरकार उन्हें उनकी बुराई के परिणामों के लिए त्याग दिया था। आख़िरकार उनके अहंकारी झूठे भविष्यवक्ताओं का मुँह बन्द कर दिया गया। लेकिन, यिर्मयाह का मुँह भविष्यवाणी करता रहा। यहोवा ने उसे नहीं त्यागा। इस नमूने के अनुरूप, यहोवा यिर्मयाह वर्ग को नहीं त्यागेगा जब उसका भारी फ़ैसला मसीहीजगत के पादरीवर्ग और उनके झूठ पर विश्वास करनेवालों को ख़त्म करने का कारण बनेगा।
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