-
संघर्ष करनेवाले राजाओं का अंत करीबदानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें!
-
-
3, 4. ‘दुष्ट होकर वाचा को तोड़नेवाले लोग’ कौन हैं और उत्तर के राजा के साथ उनका क्या रिश्ता रहा है?
3 परमेश्वर के स्वर्गदूत ने कहा, “और जो लोग दुष्ट होकर उस वाचा को तोड़ेंगे, उनको वह [उत्तर का राजा] चिकनी-चुपड़ी बातें कह कहकर भक्तिहीन कर देगा।” स्वर्गदूत ने आगे कहा: “परन्तु जो लोग अपने परमेश्वर का ज्ञान रखेंगे, वे हियाव बान्धकर बड़े काम करेंगे। और लोगों के सिखानेवाले बुद्धिमान जन बहुतों को समझाएंगे, तौभी वे बहुत दिन तक तलवार से छिदकर और आग में जलकर, और बंधुए होकर और लुटकर, बड़े दुःख में पड़े रहेंगे।”—दानिय्येल 11:32, 33.
-
-
संघर्ष करनेवाले राजाओं का अंत करीबदानिय्येल की भविष्यवाणी पर ध्यान दें!
-
-
5, 6. ‘अपने परमेश्वर का ज्ञान रखनेवाले’ लोग कौन थे और उत्तर के राजा के राज में उनके साथ क्या हुआ और उन्होंने क्या किया?
5 लेकिन ‘अपने परमेश्वर का ज्ञान रखनेवाले’ और ‘बुद्धिमान’ सच्चे मसीहियों ने क्या किया? वे उत्तर के राजा के देश में रहते तो थे और “प्रधान अधिकारियों” के अधीन भी थे लेकिन वे कभी-भी इस संसार का भाग नहीं बने। (रोमियों 13:1; यूहन्ना 18:36) उन्होंने ईमानदारी से “जो कैसर का है, वह कैसर को” दिया लेकिन उससे भी बढ़कर उन्होंने “जो परमेश्वर का है, वह परमेश्वर को” देना कभी नहीं छोड़ा। (मत्ती 22:21) और इसी वज़ह से उनके ईमान की परीक्षा हुई।—2 तीमुथियुस 3:12.
6 इस परीक्षा से सच्चे मसीही ‘दुःख में पड़े’ और उन्होंने ‘बड़े काम भी किए’। वे दुःख में इसलिए पड़े क्योंकि उन्हें बहुत बुरी तरह सताया गया था, यहाँ तक कि उनमें से कुछ को मार डाला गया। लेकिन, इतनी कड़ी परीक्षा में भी उनमें से ज़्यादातर लोग आखिर तक परमेश्वर के वफादार बने रहे, इस तरह उन्होंने ‘बड़े काम किए।’ जी हाँ, जैसे यीशु ने इस संसार को जीत लिया था वैसे ही इन वफादार मसीहियों ने भी इस संसार पर जय पायी। (यूहन्ना 16:33) इतना ही नहीं, उन्होंने इस दौरान कभी-भी प्रचार करना नहीं छोड़ा भले ही वे कैद में थे या यातना शिविरों में। वे जहाँ भी गए उन्होंने ‘बहुतों को यह समझाया’ कि सच्चाई क्या है। उत्तर के राजा के ज़्यादातर देशों में सताए जाने के बावजूद यहोवा के साक्षियों की गिनती बढ़ गयी। इन ‘बुद्धिमान जनों’ की बदौलत इन देशों में से लगातार बढ़ती जा रही एक ‘बड़ी भीड़’ निकलकर सामने आयी है।—प्रकाशितवाक्य 7:9-14.
-