-
यहोवा के न्याय करने का दिन निकट है!प्रहरीदुर्ग—2001 | फरवरी 15
-
-
6-8. सपन्याह 1:4-6 में, क्या भविष्यवाणी की गई थी और किस तरह वह प्राचीन यहूदा पर पूरी हुई?
6 झूठे उपासकों के खिलाफ परमेश्वर जो कार्यवाही करनेवाला था उसके बारे में सपन्याह 1:4-6 में इस तरह लिखा है: “मैं यहूदा पर और यरूशलेम के सब रहनेवालों पर हाथ उठाऊंगा, और इस स्थान में बाल के बचे हुओं को और याजकों समेत देवताओं के पुजारियों के नाम को नाश कर दूंगा। जो लोग अपने-अपने घर की छत पर आकाश के गण को दण्डवत् करते हैं, और जो लोग दण्डवत् करते हुए यहोवा की सेवा करने की शपथ खाते और अपने मोलक की भी शपथ खाते हैं; और जो यहोवा के पीछे चलने से लौट गए हैं, और जिन्हों ने न तो यहोवा को ढूंढा, और न उसकी खोज में लगे, उनको भी मैं सत्यानाश कर डालूंगा।”
-
-
यहोवा के न्याय करने का दिन निकट है!प्रहरीदुर्ग—2001 | फरवरी 15
-
-
8 परमेश्वर उन लोगों का भी सफाया करनेवाला था जो ‘आकाश की सेना को दण्डवत’ करते थे यानी ज्योतिष-विद्या और सूर्य की उपासना करने में लगे हुए थे। (2 राजा 23:11; यिर्मयाह 19:13; 32:29) परमेश्वर का प्रकोप उन पर भी भड़कनेवाला था जो ‘यहोवा की शपथ खाने के साथ-साथ मोलक की भी शपथ खाते थे’ और इस तरह सच्ची उपासना में झूठी उपासना मिलाने की कोशिश कर रहे थे। मोलक शायद अम्मोनियों के सबसे बड़े देवता, मिल्कोम का दूसरा नाम था। मोलक की उपासना में बच्चों की बलि चढ़ाई जाती थी।—1 राजा 11:5; यिर्मयाह 32:35.
ईसाईजगत का विनाश बहुत करीब है!
9. (क) ईसाईजगत किस बात का दोषी है? (ख) यहूदा के दगाबाज़ों के विपरीत हमें क्या करने का दृढ़ संकल्प करना चाहिए?
9 यहूदा के लोगों की तरह आज ईसाईजगत भी झूठी उपासना और ज्योतिष-विद्या में पूरी तरह डूबा हुआ है। इस धर्म के पादरियों ने न जाने कितने ही युद्धों को बढ़ावा देकर करोड़ों लोगों को युद्ध की वेदी पर बलि चढ़ा दिया है। उनका यह काम सचमुच कितना घिनौना है! लेकिन हम यहूदा के उन दगाबाज़ों की तरह कभी ना हों, जिन्होंने ‘यहोवा के पीछे’ चलना यानी उसकी खोज करना और उससे मार्गदर्शन लेना छोड़ दिया था। इसके बजाय, आइए हम हमेशा वफादारी से यहोवा की सेवा करते रहें।
-