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बाइबल की किताब नंबर 39—मलाकी“सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” सच्चा और फायदेमंद (यिर्मयाह–मलाकी)
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4 यहूदी हमेशा से मलाकी की किताब को सच्चा मानते आए हैं। मसीही यूनानी शास्त्र में इस किताब से हवाले दिए गए हैं और इनमें से कई हवाले मलाकी की भविष्यवाणियों की पूर्ति के बारे में बताते हैं। इन हवालों से साबित होता है कि यह किताब ईश्वर-प्रेरित है और उस इब्रानी शास्त्र के संग्रह का हिस्सा है जिसे मसीही कलीसिया कबूल करती थी।—मला. 1:2, 3—रोमि. 9:13; मला. 3:1—मत्ती 11:10, लूका 1:76 और लूका 7:27; मला. 4:5, 6—मत्ती 11:14 और मत्ती 17:10-13, मर. 9:11-13 और लूका 1:17.
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बाइबल की किताब नंबर 39—मलाकी“सम्पूर्ण पवित्रशास्त्र” सच्चा और फायदेमंद (यिर्मयाह–मलाकी)
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14 ईश्वर-प्रेरित इब्रानी शास्त्र की आखिरी किताब होने की वजह से मलाकी आनेवाले मसीहा से जुड़ी घटनाओं के बारे में बताता है। यह मसीहा चार सौ साल बाद प्रकट हुआ, जिस वजह से मसीही यूनानी शास्त्र लिखा गया। मसीहा से जुड़ी एक घटना के बारे में, मलाकी 3:1 में सेनाओं के यहोवा ने कहा: “देखो, मैं अपने दूत को भेजता हूं, और वह मार्ग को मेरे आगे सुधारेगा।” ईश्वर-प्रेरणा से बुज़ुर्ग जकरयाह ने बताया कि यह भविष्यवाणी उसके बेटे, यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले पर पूरी हुई है। (लूका 1:76) यीशु मसीह ने भी इस बात को पुख्ता किया, साथ ही उसने यह भी कहा: “यूहन्ना बपतिस्मा देनेवाले से कोई बड़ा नहीं हुआ; पर जो स्वर्ग के राज्य में छोटे से छोटा है वह उस से बड़ा है।” जैसे मलाकी ने भविष्यवाणी की थी, यूहन्ना को ‘मार्ग तैयार करने’ के लिए भेजा गया था, इसलिए वह उन लोगों में से नहीं था जिनके साथ यीशु ने आगे चलकर राज्य की वाचा बाँधी थी।—मत्ती 11:7-12; लूका 7:27, 28; 22:28-30.
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