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बिना ध्यान भटकाए यहोवा की सेवा कीजिएप्रहरीदुर्ग—2015 | अक्टूबर 15
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‘मरियम यीशु के वचन सुनती रही। मारथा का ध्यान बहुत-सी तैयारियाँ करने में बँटा हुआ था।’—लूका 10:39, 40.
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बिना ध्यान भटकाए यहोवा की सेवा कीजिएप्रहरीदुर्ग—2015 | अक्टूबर 15
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3, 4. (क) यीशु ने किस बात के लिए मरियम की तारीफ की? (ख) मारथा ने यीशु की बातों से क्या सीखा? (लेख की शुरूआत में दी तसवीर देखिए।)
3 यीशु ने इस बात की कदर की कि मारथा और मरियम ने उसे अपने घर बुलाया है। वह इस मौके पर उन्हें अनमोल सच्चाइयाँ सिखाना चाहता था। मरियम फौरन उसके पास बैठ गयी और “उसके वचन” सुनने लगी। वह महान शिक्षक से ज़्यादा-से-ज़्यादा सीखना चाहती थी। चाहती तो मारथा भी ऐसा कर सकती थी। अपना काम रोककर वह भी यीशु की बातों पर ध्यान दे सकती थी। और अगर वह ऐसा करती तो इसके लिए यीशु उसकी भी तारीफ करता।
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