हम विश्वास में दृढ़ कैसे रह सकते हैं?
जब से हम यहोवा के संगठन का एक भाग बने हैं, तब से हम आध्यात्मिक बातों में काफी तरक्की करते रहे हैं। और इससे हमें वाकई बहुत खुशी मिली है! लेकिन आगे भी यूँ ही आध्यात्मिक तरक्की करते रहने के लिए ज़रूरी है कि हम ‘विश्वास में दृढ़ होते जाएँ, उसी में जड़ पकड़ते और बढ़ते जाएँ।’ (कुलु. 2:6, 7) यहोवा के संगठन में ज़्यादातर लोगों ने आध्यात्मिक बातों में अच्छी तरक्की की है, लेकिन यह भी देखा गया है कि कुछ लोग सच्चाई से भटक चुके हैं। उनके इस तरह भटक जाने की वज़ह यह है कि वे “विश्वास में स्थिर” नहीं रहे। (1 कुरि. 16:13) हम चाहें तो विश्वास में कमज़ोर पड़ने से बच सकते हैं। मगर इसके लिए हमें क्या करना होगा?
2 आध्यात्मिक कामों में लगे रहना: यहोवा के संगठन में जो आध्यात्मिक इंतज़ाम किया गया है उसका पूरा-पूरा फायदा उठाने के लिए अच्छा शेड्यूल बनाइए। सिर्फ यहोवा के संगठन में ही आध्यात्मिक रूप से हमारी अच्छी देखभाल की जाती है। मसीही सभाओं, सम्मेलनों और अधिवेशनों में अच्छी आध्यात्मिक खुराक दी जाती है ताकि हम आध्यात्मिक रूप से बढ़ते जाएँ और मज़बूत होते जाएँ। लेकिन इन इंतज़ामों से फायदा उठाने के लिए ज़रूरी है कि हम हर सभा, सम्मेलन और अधिवेशन में हाज़िर हों। (इब्रा. 10:24, 25) हमें बाइबल, प्रहरीदुर्ग, और सजग होइए! पत्रिकाओं और किताबों को पढ़ने की अच्छी आदत डालनी चाहिए क्योंकि इनमें परमेश्वर के वचन की गूढ़ बातें समझाई जाती हैं। ऐसा करने से हमारे विश्वास की जड़ें गहरी और बहुत मज़बूत हो जाएँगी। (इब्रा. 5:14) परमेश्वर की सेवा में हम अगर कुछ लक्ष्य रखेंगे और उन्हें पाने के लिए मेहनत करेंगे तो हमें हमेशा-हमेशा के फायदे मिलेंगे।—फिलि. 3:16.
3 तजुर्बेकार भाई-बहनों से मदद लीजिए: कलीसिया में जो तजुर्बेकार भाई-बहन हैं, उनसे दोस्ती बढ़ाने की कोशिश कीजिए। प्राचीनों से वाकिफ होइए क्योंकि हमें मदद करने के लिए वे ही सबसे आगे होते हैं। (1 थिस्स. 2:11, 12) वे आपको जो भी सलाह या सुझाव दें उसे खुशी-खुशी स्वीकार कीजिए। (इफि. 4:11-16) सहायक सेवक भी भाई-बहनों की मदद करके उनका विश्वास मज़बूत करने में दिलचस्पी लेते हैं इसलिए हौसला पाने के लिए उनसे भी मदद लीजिए।
4 क्या आपको प्रचार काम में मदद चाहिए? अगर हाँ, तो प्राचीनों से बात कीजिए और उनसे मदद के लिए पूछिए। इससे “पायनियर दूसरों की सहायता करते हैं” कार्यक्रम में शायद आपका नाम भी शामिल किया जा सके। क्या आपका अभी-अभी बपतिस्मा हुआ है? अगर हाँ, तो अवर मिनिस्ट्री किताब पढ़ने और उसमें दी गई बातों पर अमल करने से आप आध्यात्मिक बातों में तरक्की कर पाएँगे। क्या आपके बच्चे हैं? अगर हाँ, तो अपने बच्चों को आध्यात्मिक रूप से मज़बूत करते रहिए।—इफि. 6:4.
5 अगर हम विश्वास में जड़ पकड़ते हुए मज़बूत होते जाएँ, तो यहोवा के साथ हमारा एक नज़दीकी रिश्ता बनेगा और हम अपने भाई-बहनों को और अच्छी तरह जान सकेंगे। इससे हमें शैतान के हमलों का सामना करने में मदद मिलेगी और हमेशा की ज़िंदगी पाने की हमारी आशा और भी मज़बूत होगी।—1 पत. 5:9, 10.