पाठ 60
यहोवा के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाते रहिए
अब तक बाइबल से आपने यहोवा के बारे में बहुत सारी बातें सीखी हैं। आपने जो कुछ सीखा है, उससे धीरे-धीरे यहोवा के लिए आपका प्यार बढ़ने लगा। हो सकता है, आपने उसे अपना जीवन समर्पित करके बपतिस्मा ले लिया हो। अगर नहीं, तो शायद आप आनेवाले दिनों में ऐसा करने की सोच रहे होंगे। लेकिन बपतिस्मा बस एक शुरूआत है। इसके बाद भी आप ज़िंदगी-भर यहोवा के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाते रह सकते हैं। इसके लिए आपको क्या करना होगा? आइए जानें।
1. आपको क्यों यहोवा के साथ अपनी दोस्ती और भी गहरी करते जाना चाहिए?
आपकी यही कोशिश रहनी चाहिए कि आप यहोवा के साथ अपनी दोस्ती को और भी गहरी करते जाएँ। क्यों? ‘ताकि आप कभी-भी उससे दूर न चले जाएँ।’ (इब्रानियों 2:1) आप क्या कर सकते हैं ताकि आप पूरे दिल से यहोवा की सेवा करते रहें? आप प्रचार काम में लगे रह सकते हैं और सोच सकते हैं कि आप यहोवा की सेवा में और क्या-क्या कर सकते हैं। (फिलिप्पियों 3:16 पढ़िए।) इससे अच्छी बात और क्या हो सकती है कि आप ज़िंदगी-भर यहोवा की सेवा करते रहें!—भजन 84:10.
2. यहोवा के साथ अपनी दोस्ती गहरी करने के लिए आपको और क्या करना चाहिए?
इस किताब से हमारी चर्चा जल्द ही खत्म हो जाएगी, लेकिन यहोवा के साथ आपका सफर आगे भी जारी रहेगा। बाइबल में लिखा है कि एक व्यक्ति को ‘नयी शख्सियत पहन लेनी चाहिए।’ (इफिसियों 4:23, 24) जैसे-जैसे आप बाइबल का अध्ययन करेंगे और सभाओं में जाएँगे, आप यहोवा के बारे में नयी-नयी बातें सीखेंगे और उसके गुणों को अच्छी तरह समझ पाएँगे। फिर सोचिए कि आप अपने अंदर यहोवा के जैसे गुण और अच्छी तरह कैसे बढ़ा सकते हैं। यहोवा को खुश करने के लिए जो भी फेरबदल करने की ज़रूरत हो, वह करते रहिए।
3. यहोवा के साथ दोस्ती पक्की करने के लिए वह आपकी मदद कैसे करेगा?
बाइबल में लिखा है, ‘परमेश्वर तुम्हारा प्रशिक्षण खत्म करेगा। वह तुम्हें मज़बूत करेगा, शक्तिशाली बनाएगा और मज़बूती से खड़ा करेगा।’ (1 पतरस 5:10) हम सब कभी-न-कभी गलत काम करने के लिए लुभाए जाते हैं। लेकिन गलत कामों को ठुकराने के लिए हमें जो भी मदद चाहिए, वह यहोवा हमें देता है। (भजन 139:23, 24) वह वादा करता है कि उसकी सेवा करते रहने के लिए वह हमें इच्छा भी देगा और ताकत भी।—फिलिप्पियों 2:13 पढ़िए।
और जानिए
आप कैसे यहोवा के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाते रह सकते हैं? और यहोवा आपको क्या आशीषें देगा? आइए जानें।
4. अपने सबसे अच्छे दोस्त यहोवा से बात कीजिए और उसकी सुनिए
प्रार्थना करने और बाइबल का अध्ययन करने से आप यहोवा के दोस्त बन पाए हैं। यही बातें उसके और भी करीब आने में कैसे आपकी मदद कर सकती हैं?
भजन 62:8 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
आप और भी अच्छी तरह प्रार्थना कैसे कर सकते हैं ताकि यहोवा के साथ आपकी दोस्ती गहरी हो सके?
भजन 1:2 और फुटनोट पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
और अच्छी तरह बाइबल पढ़ने के लिए आप क्या कर सकते हैं ताकि यहोवा के साथ आपकी दोस्ती गहरी हो सके?
निजी बाइबल अध्ययन से पूरा फायदा पाने के लिए आप क्या कर सकते हैं? जानने के लिए वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
आप वीडियो में बताए कौन-से सुझाव अपनाना चाहेंगे?
आप किस विषय पर गहराई से अध्ययन करना चाहेंगे?
5. परमेश्वर की सेवा में लक्ष्य रखिए
यहोवा की सेवा में लक्ष्य रखने से हम उसके साथ अपनी दोस्ती और भी गहरी कर सकते हैं। वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
परमेश्वर की सेवा में लक्ष्य रखने से बहन कैमरन को क्या फायदा हुआ?
हममें से हर कोई दूसरे देश जाकर प्रचार नहीं कर सकता। लेकिन हम ऐसे लक्ष्य रख सकते हैं जिन्हें हम पा सकें। नीतिवचन 21:5 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
मंडली में सेवा करने के लिए आप कौन-से लक्ष्य रख सकते हैं?
आप प्रचार से जुड़े कौन-से लक्ष्य रख सकते हैं?
इस वचन में दिया सिद्धांत कैसे आपकी मदद करेगा कि आप अपने लक्ष्य पा सकें?
कुछ लक्ष्य
और भी अच्छी तरह प्रार्थना कीजिए।
पूरी बाइबल पढ़िए।
मंडली में सबको अच्छी तरह जानिए।
किसी के साथ बाइबल अध्ययन शुरू कीजिए।
सहयोगी पायनियर सेवा या पायनियर सेवा कीजिए।
अगर आप एक भाई हैं, तो सहायक सेवक बनने के लिए आगे बढ़िए।
6. खुशी से जीएँ हमेशा के लिए!
भजन 22:26 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
आप क्या कर सकते हैं ताकि आप आज और हमेशा के लिए खुशी से जी सकें?
अब तक हमने सीखा
यहोवा के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाते रहिए और उसकी सेवा में और ज़्यादा करने का लक्ष्य रखिए। तब आप आज और हमेशा के लिए खुशी से जी पाएँगे।
आप क्या कहेंगे?
आप क्यों यकीन रख सकते हैं कि यहोवा आपकी मदद करेगा ताकि आप उसकी सेवा करते रहें?
आप यहोवा के साथ अपनी दोस्ती बढ़ाने के लिए क्या कर सकते हैं?
यहोवा की सेवा में लक्ष्य रखने से कैसे उसके साथ आपका रिश्ता और भी गहरा हो सकता है?
ये भी देखें
यहोवा के लिए क्या ज़्यादा मायने रखता है कि हम सिर्फ एक बार ज़बरदस्त तरीके से अपनी वफादारी का सबूत दें या ज़िंदगी के हर दिन, हर पल उसके वफादार रहें?
यहोवा के वफादार सेवकों की भी खुशी कम हो सकती है। आइए जानें कि एक मसीही यहोवा की सेवा में अपनी खुशी दोबारा कैसे पा सकता है।
आप परमेश्वर की सेवा में कौन-से लक्ष्य रख सकते हैं और उन्हें कैसे पा सकते हैं? आइए जानें।
“आध्यात्मिक लक्ष्य रखने के ज़रिए अपने सिरजनहार की महिमा कीजिए” (प्रहरीदुर्ग, 15 जुलाई, 2004)
एक मसीही के लिए प्रौढ़ बनना क्यों ज़रूरी है और आप किस तरह प्रौढ़ बन सकते हैं?