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‘जो तुम्हारे बीच अगुवाई करते हैं उन्हें याद रखो’यहोवा की मरज़ी पूरी करने के लिए संगठित
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‘जो हमारे बीच अगुवाई करते हैं, उन्हें क्यों याद रखें’?
9 ‘हमारे बीच अगुवाई करनेवालों को याद रखने’ और उन पर भरोसा करने की कई वजह हैं। इससे हमारा ही फायदा होता है। पौलुस ने कहा, “वे यह जानते हुए तुम्हारी निगरानी करते हैं कि उन्हें इसका हिसाब देना होगा ताकि वे यह काम खुशी से करें न कि आहें भरते हुए क्योंकि इससे तुम्हारा ही नुकसान होगा।” (इब्रा. 13:17) ये भाई हमारी निगरानी करते हैं ताकि परमेश्वर के साथ हमारा रिश्ता सलामत रहे और हम खुश रहें। इस वजह से हमें उनकी आज्ञा माननी चाहिए और उनके अधीन रहना चाहिए।
10 पहला कुरिंथियों 16:14 में पौलुस ने कहा, “तुम्हारे बीच सारे काम प्यार से किए जाएँ।” प्यार के बारे में 1 कुरिंथियों 13:4-8 में लिखा है, “प्यार सब्र रखता है और कृपा करता है। प्यार जलन नहीं रखता, डींगें नहीं मारता, घमंड से नहीं फूलता, गलत व्यवहार नहीं करता, सिर्फ अपने फायदे की नहीं सोचता, भड़क नहीं उठता। यह चोट का हिसाब नहीं रखता। यह बुराई से खुश नहीं होता, बल्कि सच्चाई से खुशी पाता है। यह सबकुछ बरदाश्त कर लेता है, सब बातों पर यकीन करता है, सब बातों की आशा रखता है, सबकुछ धीरज से सह लेता है। प्यार कभी नहीं मिटता।” यहोवा के लोगों के लिए जो भी फैसले किए जाते हैं, वे प्यार की वजह से ही किए जाते हैं। इस वजह से हम संगठन से मिलनेवाले निर्देशों पर बेझिझक भरोसा कर सकते हैं और बिना किसी डर के उन्हें मान सकते हैं। और-तो-और यह दिखाता है कि यहोवा को अपने लोगों से कितना प्यार है।
हमें उन भाइयों के अधीन रहना चाहिए जो इसलिए हमारी निगरानी करते हैं ताकि परमेश्वर के साथ हमारा रिश्ता सलामत रहे
11 पहली सदी की तरह आज भी यहोवा अपने लोगों की देखरेख के लिए जिन लोगों को नियुक्त करता है, वे परिपूर्ण नहीं हैं। देखा जाए तो यहोवा ने अकसर अपरिपूर्ण इंसानों के ज़रिए ही अपनी मरज़ी पूरी करवायी। जैसे, बीते समय में नूह ने एक जहाज़ बनाया और आनेवाले विनाश का ऐलान किया। (उत्प. 6:13, 14, 22; 2 पत. 2:5) यहोवा ने मूसा को चुना कि वह उसके लोगों को मिस्र से छुड़ाए। (निर्ग. 3:10) बाइबल लिखने के लिए भी अपरिपूर्ण इंसानों को पवित्र शक्ति से प्रेरित किया गया था। (2 तीमु. 3:16; 2 पत. 1:21) आज भी जब यहोवा अपरिपूर्ण इंसानों के ज़रिए प्रचार काम के बारे में निर्देश देता है, तो यहोवा के संगठन पर हमारा भरोसा कम नहीं होता। इसके बजाय, यह जानकर हमारा विश्वास और मज़बूत होता है कि इस संगठन को यहोवा ही चला रहा है। उसकी मदद के बिना संगठन इतने सारे काम नहीं कर सकता जो आज वह कर रहा है। विश्वासयोग्य दास ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, मगर इस सबसे यह साफ ज़ाहिर हुआ है कि परमेश्वर की पवित्र शक्ति सच में उसे निर्देश दे रही है। आज यहोवा के संगठन का जो हिस्सा धरती पर है, उस पर यहोवा की आशीष है। इस वजह से हम दिल से संगठन को सहयोग देते हैं और उस पर भरोसा रखते हैं।
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‘जो तुम्हारे बीच अगुवाई करते हैं उन्हें याद रखो’यहोवा की मरज़ी पूरी करने के लिए संगठित
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14 संगठन जो फैसले करता है, उनका साथ देकर भी हम दिखाते हैं कि हमें उस संगठन पर पूरा भरोसा है। इसका मतलब, हमें उन भाइयों के निर्देश मानने चाहिए और उनके अधीन रहना चाहिए, ‘जो हमारे बीच अगुवाई करते हैं,’ जैसे सर्किट निगरान और मंडली के प्राचीन। (इब्रा. 13:7, 17) हो सकता है, कभी-कभी हम पूरी तरह समझ न पाएँ कि उन्होंने कोई फैसला क्यों किया, फिर भी हमें यकीन है कि अगर हम उन फैसलों के मुताबिक काम करेंगे, तो हमारा ही भला होगा। यहोवा के वचन और उसके संगठन की हिदायतों के मुताबिक चलने की वजह से हमें यहोवा से आशीषें मिलेंगी। इस तरह हम दिखाएँगे कि हम अपने प्रभु यीशु मसीह के अधीन रहते हैं।
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