पाठ 04
परमेश्वर कौन है?
जब से दुनिया बनी है तब से लोग बहुत-से देवी-देवताओं को पूजते आए हैं। लेकिन बाइबल एक ऐसे ईश्वर के बारे में बताती है जो ‘सभी देवताओं से महान है।’ (2 इतिहास 2:5) वह कौन है? वह क्यों सभी देवताओं से महान है? आइए जानें कि वह ईश्वर आपको अपने बारे में क्या बताना चाहता है।
1. परमेश्वर का नाम क्या है? उसने ऐसा क्या किया है ताकि हम उसका नाम जानें?
बाइबल में परमेश्वर ने अपने बारे में लिखवाया है, “मैं यहोवा हूँ, यही मेरा नाम है।” (यशायाह 42:5, 8 पढ़िए।) कुछ विद्वानों का मानना है कि “यहोवा” नाम का मतलब है, “वह बनने का कारण होता है।” यह नाम इब्रानी भाषा से निकला है। यहोवा चाहता है कि हम उसका नाम जानें। (निर्गमन 3:15) ऐसा हम क्यों कह सकते हैं? वह इसलिए कि उसने बाइबल में अपना नाम 7,000 से ज़्यादा बार लिखवाया है।a यहोवा ही ‘ऊपर आसमान में और नीचे धरती पर सच्चा परमेश्वर है।’—व्यवस्थाविवरण 4:39.
2. बाइबल में यहोवा के बारे में क्या लिखा है?
यहोवा बाकी ईश्वरों से बिलकुल अलग है। बाइबल में लिखा है कि सिर्फ यहोवा ही सच्चा परमेश्वर है। ऐसा कहने के कई कारण हैं। यहोवा “सारी धरती के ऊपर परम-प्रधान है” यानी वह पूरे विश्व का मालिक है। उससे बड़ा कोई नहीं है। (भजन 83:18 पढ़िए।) वह “सर्वशक्तिमान” है यानी उसके पास सबकुछ करने की ताकत है। उसी ने यह धरती, यह आसमान और दुनिया की “सारी चीज़ें रची हैं।” (प्रकाशितवाक्य 4:8, 11) सिर्फ यहोवा ही ऐसा परमेश्वर है जिसकी कोई शुरूआत नहीं और कोई अंत भी नहीं।—भजन 90:2.
और जानिए
परमेश्वर के लिए “प्रभु” जैसी उपाधि इस्तेमाल करने और उसका नाम यहोवा लेने में क्या फर्क है? परमेश्वर ने अपना नाम सबको बताने के लिए क्या किया? वह क्यों चाहता है कि आप उसका नाम जानें? आइए देखें।
3. परमेश्वर की कई उपाधियाँ हैं, मगर उसका नाम एक ही है
एक आदमी की उपाधि और उसके नाम में फर्क होता है। इस बारे में वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
परमेश्वर के लिए “प्रभु” जैसी उपाधि इस्तेमाल करने और उसका नाम यहोवा लेने में क्या फर्क है?
बाइबल में लिखा है कि लोग बहुत-से ईश्वरों और प्रभुओं को मानते हैं। भजन 136:1-3 पढ़िए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
“सब ईश्वरों से महान ईश्वर” और “सब प्रभुओं से महान प्रभु” कौन है?
4. यहोवा चाहता है कि आप उसका नाम जानें और उसके नाम से उसे पुकारें
आइए देखें कि यहोवा ने क्या किया है ताकि हम उसका नाम जानें। वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
क्या यहोवा चाहता है कि सब लोग उसका नाम जानें? यह हम कैसे कह सकते हैं?
यहोवा चाहता है कि लोग उसे सिर्फ परमेश्वर न कहें बल्कि उसे नाम से पुकारें। रोमियों 10:13 पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
हमें यहोवा को उसके नाम से क्यों पुकारना चाहिए?
जब कोई आपका नाम याद रखता है और आपको नाम से बुलाता है, तो आपको कैसा लगता है?
जब आप यहोवा को भी उसके नाम से पुकारेंगे, तो उसे कैसा लगेगा?
5. यहोवा चाहता है कि आप उसके करीब आएँ
एक स्त्री ने जब यहोवा का नाम जाना, तो उसे ज़िंदगी में इतनी खुशी मिली जितनी उसे कभी नहीं मिली थी। वीडियो देखिए। फिर आगे दिए सवाल पर चर्चा कीजिए:
परमेश्वर का नाम जानकर सॉटन ने कैसा महसूस किया?
किसी से दोस्ती करने के लिए पहले उसका नाम जानना ज़रूरी होता है। याकूब 4:8क पढ़िए। फिर आगे दिए सवालों पर चर्चा कीजिए:
इस वचन में यहोवा आपसे क्या कह रहा है?
यहोवा का नाम लेने से आप उसके करीब कैसे महसूस कर सकते हैं, आपको क्या लगता है?
कुछ लोग कहते हैं: “ईश्वर को हम किसी भी नाम से पुकार सकते हैं।”
आप क्या मानते हैं? क्या यहोवा ही परमेश्वर का नाम है?
आप कैसे समझाएँगे कि यहोवा को उसके नाम से पुकारना ज़रूरी है?
अब तक हमने सीखा
असल में एक ही परमेश्वर है और उसका नाम यहोवा है। यहोवा चाहता है कि हम उसका नाम जानें और उसके नाम से उसे पुकारें ताकि हम उसके करीब महसूस करें।
आप क्या कहेंगे?
यहोवा बाकी ईश्वरों से कैसे अलग है?
हमें यहोवा को उसके नाम से क्यों पुकारना चाहिए?
यहोवा ने क्या किया है ताकि हम उसके करीब आएँ?
ये भी देखें
इस बात के कई सबूत हैं कि परमेश्वर सच में है। ऐसे पाँच सबूतों पर ध्यान दीजिए।
यह कहना क्यों सही होगा कि परमेश्वर की कोई शुरूआत नहीं और वह हमेशा से है?
“परमेश्वर को किसने बनाया?” (प्रहरीदुर्ग, अक्टूबर-दिसंबर, 2014)
हम ठीक-ठीक नहीं जानते कि शुरू में लोग यहोवा नाम कैसे बोलते थे, फिर भी हमें क्यों उसका नाम लेना चाहिए?
लोग परमेश्वर को अलग-अलग नाम से पुकारते हैं, लेकिन हम क्यों कह सकते हैं कि उसका एक ही नाम है?
a पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद बाइबल के अतिरिक्त लेख क4 में परमेश्वर के नाम के मतलब के बारे में ज़्यादा जानकारी दी गयी है। और यह भी बताया गया है कि कुछ बाइबलों से यह नाम क्यों हटा दिया गया है।