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आपने पूछाप्रहरीदुर्ग—2014 | नवंबर 15
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प्रकाशितवाक्य 11:3 में ऐसे दो गवाहों के बारे में बताया गया है, जो 1,260 दिनों तक भविष्यवाणी करेंगे। फिर ब्यौरा बताता है कि एक जंगली जानवर “उन पर जीत हासिल करेगा और उन्हें मार डालेगा।” लेकिन “साढ़े तीन दिन” बाद इन दो गवाहों को दोबारा जीवन दिया जाएगा, जिससे देखनेवाले हैरान रह जाएँगे।—प्रका. 11:7, 11.
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आपने पूछाप्रहरीदुर्ग—2014 | नवंबर 15
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जब ये अभिषिक्त जन टाट ओढ़कर अपना गवाही का काम पूरा कर चुके, तब उन्हें लाक्षणिक तौर पर मार डाला गया। यह तब हुआ जब उन्हें साढ़े तीन साल की तुलना में बहुत थोड़े दिनों के लिए, यानी लाक्षणिक रूप से साढ़े तीन दिन के लिए जेल में डाला गया। परमेश्वर के लोगों के दुश्मनों की नज़रों में, उनके काम को ‘मार डाला गया,’ या रोक दिया गया, जिस पर इन दुश्मनों ने खुशियाँ मनायीं।—प्रका. 11:8-10.
लेकिन जैसे भविष्यवाणी में बताया गया था, साढ़े तीन दिन बाद, उन दो गवाहों को दोबारा जीवन दिया गया। इन अभिषिक्त जनों को न सिर्फ जेल से रिहा किया गया, लेकिन जो वफादार बने रहे, उन्हें प्रभु यीशु मसीह के ज़रिए परमेश्वर से एक खास ज़िम्मेदारी भी मिली। सन् 1919 में वे भी उन लोगों में शामिल थे, जिन्हें “विश्वासयोग्य और सूझ-बूझ से काम लेनेवाला दास” ठहराया गया, ताकि यह दास आखिरी दिनों में परमेश्वर के सेवकों की आध्यात्मिक ज़रूरतें पूरी कर सके।—मत्ती 24:45-47; प्रका. 11:11, 12.
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