गीत 26
परमेश्वर के साथ चल!
(मीका 6:8)
1. चल याह के साथ ख-रा-ई से
कृ-पा, द-या दि-खा।
सच से अ-गर हो प्यार तु-झे
तो तू ना बह-के-गा।
क-ठिन ल-गे-गी राह तु-झे
याह ते-रा बल हो-गा।
जब था-मा हाथ य-हो-वा ने
तु-झे ना छो-ड़े-गा।
2. चल याह के साथ तू साफ़ मन से
ना जा-ना पाप की राह।
ख़ुश हो-ता याह स-या-नों से
स-या-ना तू हो जा।
प-वि-त्र, नेक, सच्-ची स-भी
बा-तों पर ध्यान ल-गा।
तुझ-से क-हे-गा याह जो भी
पा-लन उस-का कर-ना।
3. चल याह के साथ ई-मा-न से
सु-कून तब पा-ए-गा।
च-ले-गा जब तू भक्-ति से
ख़ुश याह का दिल हो-गा।
भक्-ति ब-ड़ी क-मा-ई है
ना तू इ-से ग-वाँ।
स्तु-ति तू याह की कर-ता रह
चल संग उस-के स-दा।
(उत्प. 5:24; 6:9; फिलि. 4:8; 1 तीमु. 6:6-8 भी देखिए।)