गीत 28
कौन है यहोवा का दोस्त?
(भजन 15)
1. कौन तेरा दोस्त है याह?
कौन है तेरा अपना?
किस पे भरोसा याह तू करे?
किसको पनाह देगा?
मानते जो तेरी बात,
करते यकीं तुझ पे,
चलते हैं हर दिन संग जो तेरे,
करते वफा तुझ से।
2. कौन तेरा दोस्त है याह?
किसकी दुआ सुनता?
कौन तुझे देता बेहद खुशी?
नाम किसका तू जानता?
जो सच्चे हैं और नेक,
गाते जो गुण तेरे;
जिनकी ज़ुबाँ सच बोले सदा,
ना हो कपट जिनमें।
3. याह तुझे हाल-ए-दिल,
खुल के बयाँ करते;
रोज़ तू हमारी करता परवाह,
खींचे तू पास अपने।
दोस्ती तेरी चाहते।
गहरी हो ये दोस्ती।
दोस्त तेरे जैसा पाएँ कहाँ,
दोस्त तुझ-सा ना कोई।
(भज. 139:1; 1 पत. 5:6, 7 भी देखें।)