मिलते-जुलते लेख km 7/94 पेज 1 बिना रुके घर-घर घर-घर जाकर प्रचार करना—आज क्यों ज़रूरी है? प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—2008 घर-घर प्रचार करना हमारी राज-सेवा—2006 लोगों के सामने और घर घर सिखाएँ प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1992 सुसमाचार की घोषणा करने में लगे रहना हमारी राज-सेवा—1996 घर-घर की सेवकाई की चुनौती का सामना करना हमारी राज-सेवा—1993 रुकावट के बिना हमारी सेवकाई को बढ़ाए रखना हमारी राज-सेवा—1990 यहोवा के नाम की सार्वजनिक घोषणा कीजिए प्रहरीदुर्ग यहोवा के राज्य की घोषणा करता है—1994