क्यों न बाइबल पढ़ना शुरू करें?
बाइबल पढ़ने में आपको सच में मज़ा आएगा! आगे कुछ सुझाव दिए गए हैं कि आप इसे कैसे शुरू कर सकते हैं। एक ऐसा विषय चुनिए जो आपको दिलचस्प लगे और उसके साथ दिए गए बाइबल के वचन पढ़िए।
जाने-माने लोग और उनकी कहानियाँ
नूह और जलप्रलय: उत्पत्ति 6:9–9:19
मूसा और लाल सागर: निर्गमन 13:17–14:31
रूत और नाओमी: रूत अध्याय 1-4
दाविद और गोलियात: 1 शमूएल अध्याय 17
अबीगैल: 1 शमूएल 25:2-35
दानियेल शेरों की माँद में: दानियेल अध्याय 6
इलीशिबा और मरियम: लूका अध्याय 1-2
हर दिन के लिए बढ़िया सलाह
परिवार: इफिसियों 5:28, 29, 33; 6:1-4
दोस्ती: नीतिवचन 13:20; 17:17; 27:17
प्रार्थना: भजन 55:22; 62:8; 1 यूहन्ना 5:14
पहाड़ी उपदेश: मत्ती अध्याय 5-7
नौकरी या काम: नीतिवचन 14:23; सभोपदेशक 3:12, 13; 4:6
जब आप इन भावनाओं से गुज़रते हैं:
निराशा: भजन 23; यशायाह 41:10
दोष की भावना: भजन 86:5; यहेजकेल 18:21, 22
बाइबल में क्या लिखा है?
आखिरी दिनों के बारे में: मत्ती 24:3-14; 2 तीमुथियुस 3:1-5
भविष्य के बारे में: भजन 37:10, 11, 29; प्रकाशितवाक्य 21:3, 4
सुझाव: ऊपर जो वचन बताए गए हैं उसके आगे-पीछे की जानकारी पाने के लिए पूरा अध्याय पढ़िए। तब आप उन वचनों को अच्छी तरह समझ पाएँगे। इस किताब के आखिर में “मैंने बाइबल कहाँ तक पढ़ी?” चार्ट दिया गया है। बाइबल का हर अध्याय पढ़ने के बाद चार्ट पर निशान लगाइए। लक्ष्य रखिए कि आप हर दिन बाइबल के कुछ हिस्से पढ़ेंगे।