12 तुम अपने बेटे-बेटियों और दास-दासियों के साथ और अपने शहरों में* रहनेवाले लेवियों के साथ, जिन्हें अलग से ज़मीन का कोई भाग या विरासत नहीं दी गयी है,+ अपने परमेश्वर यहोवा के सामने खुशियाँ मनाना।+
10 नहेमायाह ने उनसे कहा, “जाओ और जाकर चिकना-चिकना खाना खाओ और कुछ मीठा पीओ। और उन लोगों को खाने की चीज़ें भेजो+ जिनके पास खाने को कुछ नहीं है। यह दिन हमारे प्रभु के लिए पवित्र है। दुखी मत हो क्योंकि जो खुशी यहोवा देता है वह तुम्हारे लिए एक मज़बूत गढ़ है।”*
17 इस तरह, बँधुआई से छूटकर आए लोगों की पूरी मंडली ने छप्पर बनाए और उनमें रहने लगे। नून के बेटे यहोशू+ के दिनों से लेकर आज तक, इसराएलियों ने इस तरह छप्परों का त्योहार नहीं मनाया था। इसलिए उन्होंने बड़ी खुशी के साथ इसे मनाया।+
18 मैंने जिस बात को सही और अच्छा पाया वह यह है कि सच्चे परमेश्वर ने इंसान को जो ज़िंदगी दी है, उसमें वह खाए-पीए और धरती पर* अपनी सारी मेहनत से खुशी पाए।+ क्योंकि यही उसका इनाम है।+