3 “इसके बाद मैं अपनी बची हुई भेड़ों को उन सभी देशों से इकट्ठा करूँगा, जहाँ मैंने उन्हें तितर-बितर कर दिया।+ मैं उन्हें वापस उनके चरागाह में ले आऊँगा+ और वे फूले-फलेंगी और गिनती में बढ़ जाएँगी।+
12 जैसे एक चरवाहा उन भेड़ों को ढूँढ़कर लाता है जो तितर-बितर हो गयी हैं और उन्हें खिलाता-पिलाता है, उसी तरह मैं अपनी भेड़ों की देखभाल करूँगा।+ मैं उन्हें उन सभी जगहों से बचाकर ले आऊँगा जहाँ वे काले घने बादलों के दिन+ तितर-बितर हो गयी थीं।