23 जब उसकी बेइज़्ज़ती की गयी,*+ तो बदले में उसने बेइज़्ज़ती नहीं की।*+ जब वह दुख झेल रहा था,+ तो उसने धमकियाँ नहीं दीं, बल्कि खुद को उस परमेश्वर के हाथ में सौंप दिया जो सच्चा न्याय करता है।+
9 अगर कोई तुम्हें चोट पहुँचाए तो बदले में उसे चोट मत पहुँचाओ+ और अगर कोई तुम्हारी बेइज़्ज़ती करे तो बदले में उसकी बेइज़्ज़ती मत करो।+ इसके बजाय, उसका भला करो*+ क्योंकि तुम इसी राह पर चलने के लिए बुलाए गए हो ताकि विरासत में आशीष पा सको।