39 लेकिन मैं तुमसे कहता हूँ, जो दुष्ट है उसका मुकाबला मत करो। इसके बजाय, अगर कोई तुम्हारे दाएँ गाल पर थप्पड़ मारे, तो उसकी तरफ दूसरा गाल भी कर देना।+40 और अगर कोई तुम पर अदालत में मुकदमा करके तुम्हारा कुरता लेना चाहे, तो उसे अपना ओढ़ना भी दे देना।+
7 वाकई, यह तुम्हारी हार है कि तुम एक-दूसरे पर मुकदमा कर रहे हो। तुम खुद अन्याय क्यों नहीं सह लेते?+ जब दूसरा तुम्हें धोखा देता है तो तुम बरदाश्त क्यों नहीं कर लेते?