21 उस वक्त से यीशु अपने चेलों को बताने लगा कि उसे यरूशलेम जाना होगा और वहाँ मुखियाओं, प्रधान याजकों और शास्त्रियों के हाथ कई दुख सहने होंगे, उसे मार डाला जाएगा और फिर तीसरे दिन ज़िंदा कर दिया जाएगा।+
24 इसलिए पीलातुस ने यह फैसला सुनाया कि उनकी माँग पूरी की जाए। 25 उसने उस आदमी को तो रिहा कर दिया, जो बगावत और कत्ल के इलज़ाम में जेल में था और जिसकी लोग माँग कर रहे थे, जबकि उसने यीशु को उनके हवाले कर दिया ताकि वे उसके साथ जो चाहे करें।