13 अब मैं तुम गैर-यहूदियों से बात कर रहा हूँ। मैं गैर-यहूदी राष्ट्रों के लिए प्रेषित हूँ यानी मुझे उनके पास भेजा गया है,+ इसलिए मैं अपनी सेवा का बहुत सम्मान* करता हूँ+
7 यही गवाही देने के लिए+ मुझे एक प्रचारक और प्रेषित ठहराया गया।+ मैं सच कह रहा हूँ, मैं झूठ नहीं बोलता, मुझे विश्वास और सच्चाई के बारे में गैर-यहूदियों का शिक्षक ठहराया गया है।+