आमोस
6 “सिय्योन के उन लोगों का बहुत बुरा होगा
जिन्हें खुद पर बहुत भरोसा है,*
जो सोचते हैं कि सामरिया के पहाड़ पर वे सुरक्षित हैं,+
जो सबसे बड़े राष्ट्र के खास लोग हैं,
जिनके पास इसराएल का घराना आता है!
2 कलने नगर जाओ और देखो।
वहाँ से महानगर हमात+ जाओ
और नीचे पलिश्तियों के गत शहर जाओ।
क्या वे इन राज्यों* से बेहतर हैं?
क्या उनका इलाका तुम्हारे इलाके से बड़ा है?
4 वे हाथी-दाँत के पलंगों पर सोते हैं+ और दीवानों पर पैर फैलाए रहते हैं,+
झुंड के मेढ़े और मोटे किए बछड़े* खाते हैं,+
5 सुरमंडल* की धुन पर गीत रचते हैं,+
दाविद की तरह नए-नए साज़ बनाते हैं,+
6 बड़े-बड़े प्यालों में दाख-मदिरा पीते हैं,+
खुद पर बढ़िया-से-बढ़िया तेल मलते हैं।
मगर यूसुफ के विनाश की उन्हें कोई फिक्र नहीं।+
8 सेनाओं का परमेश्वर यहोवा ऐलान करता है,
‘सारे जहान के मालिक यहोवा ने अपने जीवन की शपथ खाकर कहा है,+
“मैं याकूब के घमंड से घिन करता हूँ,+
उसकी किलेबंद मीनारों से नफरत करता हूँ,+
शहर और उसमें जो भरा हुआ है, सब मैं दुश्मनों के हवाले कर दूँगा।+
9 अगर एक घर में दस आदमी बच जाएँ तो वे भी मर जाएँगे। 10 एक रिश्तेदार* आएगा ताकि उनकी लाशें बाहर ले जाए और एक-एक करके उन्हें जला दे। वह घर से उनकी हड्डियाँ निकालेगा और फिर घर के भीतरी कमरों में जो कोई है उससे कहेगा, ‘क्या तेरे साथ और कोई है?’ और वह कहेगा, ‘कोई नहीं है!’ तब वह रिश्तेदार कहेगा, ‘चुप रहो! क्योंकि यह समय यहोवा का नाम लेने का नहीं है।’”
12 क्या घोड़े चट्टान पर दौड़ते हैं?
क्या वहाँ कोई बैलों से जुताई करेगा?