होशे
उसने हमें घायल किया है, मगर वह हमारे घावों पर पट्टी बाँधेगा।
3 हम यहोवा को जानेंगे, उसे जानने के लिए जी-जान से मेहनत करेंगे।
भोर की तरह उसका आना पक्का है,
वह मूसलाधार बारिश की तरह हमारे पास आएगा,
वसंत की बारिश की तरह, जो पूरी धरती को सींचती है।”
4 “हे एप्रैम, मुझे तेरे साथ क्या करना चाहिए?
हे यहूदा, मुझे तेरे साथ क्या करना चाहिए?
क्योंकि तुम्हारा अटल प्यार सुबह के बादल की तरह
और ओस की तरह है जो जल्द ही गायब हो जाती है।
तुम्हें जो फैसले सुनाए जाएँगे वे रौशनी की तरह चमकेंगे।+
6 मैं अटल प्यार* से खुश होता हूँ, बलिदान से नहीं,
परमेश्वर के बारे में ज्ञान से खुश होता हूँ, पूरी होम-बलियों से नहीं।+
7 मगर उन्होंने अदना इंसानों की तरह करार तोड़ दिया है।+
वहाँ उन्होंने मेरे साथ विश्वासघात किया है।
9 याजकों की टोली लुटेरे-दल की तरह है, जो किसी को पकड़ने के लिए घात लगाता है।
वे शेकेम की सड़क पर कत्ल करते हैं,+
उनका चालचलन शर्मनाक है।
10 मैंने इसराएल के घराने में एक घिनौनी बात देखी है।