संसार-भर में यहोवा के साक्षी—ब्राज़िल
ब्राज़िल अनेक तरीक़ों से एक विशाल देश है। विस्तार और जनसंख्या में यह संसार का पाँचवाँ सबसे बड़ा देश है। दक्षिण अमरीका के भूखंड के लगभग आधे क्षेत्र में यह फैला हुआ है और इसकी जनसंख्या उस महाद्वीप के अन्य सभी राष्ट्रों की कुल जनसंख्या से अधिक है। ब्राज़िल में संसार का सबसे बड़ा वर्षा-प्रचुर वन भी है। उस वन से पृथ्वी की सबसे शक्तिशाली नदी—अमेज़ॉन—बहती है।
ब्राज़िल एक और अर्थ में भी विशाल है। उसमें परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार के प्रचारकों की संख्या ४,००,००० के क़रीब पहुँच रही है, और मसीह की मृत्यु के स्मारक में पिछले साल १०,००,००० से अधिक लोग उपस्थित थे। इसलिए जहाँ तक राज्य-प्रचार कार्य का सवाल है यह देश ख़ास तौर पर प्रमुख है। हाल के अनुभव इस बात को सचित्रित करते हैं।
जहाँ ज़्यादा ज़रूरत है वहाँ कार्य करना
अन्टोनियो और उसकी पत्नी ने साओ पौलो में अपने रिश्तेदारों और एक सुरक्षित, अच्छी तनख़ाह वाली नौकरी को छोड़ कर मीना ज़ारिस के प्रांत में, जहाँ राज्य उद्घोषकों की ज़्यादा ज़रूरत थी, कार्य करने का कठिन निर्णय लिया। उनके क्षेत्र में एक चीनी परिष्करण-शाला के कर्मचारियों की बस्ती शामिल थी। पहले दिन जब उन्होंने वहाँ गवाही कार्य किया, उन्होंने नौ बाइबल अध्ययन शुरू किए। अठारह महीनों में, वे ४० से अधिक अध्ययन संचालित कर रहे थे!
पहले, सभाएँ परिष्करण-शाला में ही होती थीं। लेकिन, नए प्रकाशक एक असली राज्यगृह देखना चाहते थे। अतः, ७५ व्यक्तियों को निकटतम कलीसिया तक ले जाने के लिए एक बस किराए पर ली गई। इसके बाद एक अधिवेशन हुआ; इन नए बाइबल विद्यार्थियों में से ४५ लोग उपस्थित थे और उनका इंटरव्यू लिया गया। उस अवसर पर उनमें से पंद्रह व्यक्तियों ने बपतिस्मा प्राप्त किया। कहने की कोई ज़रूरत नहीं कि आनन्द के आँसू बेरोक बह रहे थे!
उसी बस कंपनी की बसों को ऐसी ही यात्राओं के लिए इस्तेमाल किया गया, और अधिकारियों ने कम दर पर बस उपलब्ध करायी। इस बात का मूल्यांकन करते हुए, अन्टोनियो ने उस कंपनी के मालिक को एक बाइबल अध्ययन सहायक भेंट दिया। वह उसी शाम बाइबल का अध्ययन शुरू करने को राज़ी हो गया और कई महीने अध्यवसायी रूप से अध्ययन करने के बाद उसका बपतिस्मा हुआ। पहले, उसकी पत्नी अध्ययन का विरोध करती थी, परन्तु समय के बीतने पर उसका विरोध कम हो गया। आज वह भी यहोवा की एक बपतिस्मा प्राप्त साक्षी है।
फरवरी १९९२ में २२ सक्रिय प्रकाशकों की एक कलीसिया बनायी गई। वर्ष १९९४ तक यह संख्या बढ़कर ४२ हो गई जिसमें ४ नियमित पायनियर, या सुसमाचार के पूर्ण-समय प्रचारक शामिल थे। परिणामस्वरूप, अन्टोनियो ने निष्कर्ष निकाला: “मेरी पत्नी और मैं ने देखा है कि यदि हम ‘यहोवा को परखें,’ जैसे मलाकी ३:१० कहता है, वह ‘हमारे ऊपर अपरम्पार आशीष की वर्षा करेगा।’”
बाइबल साहित्य पेश करना
संभवतः एक और कारण जिससे ब्राज़िल में प्रचार कार्य में इतनी बढ़ोतरी हो रही है वह है कि साक्षी हर अवसर पर बाइबल साहित्य पेश करते हैं। उदाहरण के लिए, एक कलीसिया ने वॉच टावर संस्था के शाखा दफ़्तर को युवाओं के प्रश्न—व्यावहारिक उत्तर (अंग्रेज़ी) पुस्तक की २५० प्रतियाँ माँगते हुए पत्र लिखा। इतना बड़ा आर्डर क्यों?
पत्र ने समझाया: ‘नगर के एक स्कूल ने एक कक्षा में इस पुस्तक को शिक्षण सामग्री के तौर पर इस्तेमाल करने का निर्णय किया है। स्कूल अधिकारियों का यह निर्णय उस अनौपचारिक गवाही की वजह से है जो एक स्कूल निरीक्षक और ऐसे विद्यार्थियों के माता-पिताओं ने दी है जो यहोवा के साक्षी हैं। ऐसा हो कि यहोवा अपने सेवकों को आशीष देता रहे जैसे-जैसे वे इस पुस्तक से उत्तम निर्देशन प्रदान करते हैं।’ जी हाँ, और ऐसा हो कि ब्राज़िल के विशाल देश में राज्य-प्रचार कार्य में हो रही उत्तम प्रगति पर यहोवा की आशिष बनी रहे।
[पेज 8 पर बक्स]
देश की रूपरेखा
१९९४ सेवा वर्ष
गवाही देनेवालों की शिखर संख्या: ३,८५,०९९
अनुपात: ४०४ प्रति गवाह
स्मारक उपस्थिति: १०,१८,२१०
औसत पायनियर प्रकाशक: ३८,३४८
औसत बाइबल अध्ययन: ४,६१,३४३
बपतिस्मा लेनेवालों की संख्या: २४,६३४
कलीसियाओं की संख्या: ५,९२८
शाखा दफ़्तर: सेज़ारीयो लाँज़े
[पेज 9 पर तसवीरें]
क़रीब १९४० में साओ पौलो में एक साऊंड कार उपयोग में
[पेज 9 पर तसवीरें]
रियो डि जनेरो में वनस्पतिक उद्यान में गवाही कार्य करना
[पेज 9 पर तसवीरें]
सेज़ारीयो लाँज़े में शाखा दफ़्तर