हमारे रचयिता का सम्मान करने के लिए दूसरों की सहायता करना
क्या हम भजनहार की तरह महसूस करते हैं जब उसने कहा: “हे यहोवा . . . जीवन का सोता तेरे ही पास है”? (भज. ३६:५, ९) बदले में हम किस तरह यहोवा का मूल्यांकन और सम्मान करने में दूसरों की सहायता कर सकते हैं? जून महीने में वह सर्वश्रेष्ठ मनुष्य जो कभी जीवित रहा या जीवन—यह यहाँ कैसे आया? क्रमविकास से या सृष्ट से? (अंग्रेज़ी) पुस्तक प्रस्तुत करने के द्वारा। ये पुस्तकें सचमुच श्रेष्ठ हैं। इनमें से एक पुस्तक परमेश्वर और मसीह ने जो हमारे लिए किया है उसके लिए उनपर पहले ही विश्वास रखनेवाले लोगों के मूल्यांकन को बढ़ाती है। जबकि दूसरी परमेश्वर के अस्तित्व का ठोस प्रमाण देती है और स्पष्ट रूप से दिखाती है कि क्यों क्रमविकास सही नहीं हो सकता। इस प्रकार दोनों ही परमेश्वर के वचन के रूप में बाइबल पर विश्वास बढ़ाती हैं। निश्चय ही हम चाहते है कि सब जानें कि परमेश्वर यीशु के जीवन और सेवकाई द्वारा प्रकट हुआ है तथा कैसे सृष्टि, न कि क्रमविकास, यहोवा परमेश्वर को सम्मान लाता है।
२ यहाँ सर्वश्रेष्ठ मनुष्य पुस्तक की एक सरल, सीधी प्रस्तुति दी गयी है।
गृहस्वामी को अभिवादन करने के बाद आप पूछ सकते हैं:
▪“क्या आप भी अधिकतर लोगों की तरह विश्वास करते हैं कि यीशु मसीह एक ऐतिहासिक व्यक्ति और एक अच्छा मनुष्य था? यदि ऐसा है, तो क्या आप उसके जीवन और शिक्षाओं के बारे में अधिक सीखना चाहेंगे? यीशु ने जो सिखाया और किया उसके बारे में बाइबल क्या कहती है यह पुस्तक उसे स्पष्ट और समझाने योग्य ढंग से प्रस्तुत करती है। हम इसे लोगों के पास ४० रुपए के चंदे पर छोड़ रहे हैं।”
३ या, अपना परिचय देने के बाद, आप कह सकते हैं:
▪“शायद आपको थोड़ी जानकारी है कि यीशु मसीह ने क्या सिखाया। परन्तु क्या आप जानते थे कि बाइबल कहती है कि हमें यीशु के जीवन और उसकी सेवकाई की ओर ताकते रहना चाहिए? [इब्रानियों १२:२ पढ़िए।] ऐसा इसलिए है क्योंकि स्वयं यीशु ने कहा कि वही परमेश्वर के पास पहुँचने का एकमात्र मार्ग है तथा उसके और उसके पिता के बारे में यथार्थ ज्ञान होने से ही एक व्यक्ति को अनन्त जीवन प्राप्त हो सकता है। [यूहन्ना १४:६ या १७:३ दिखाइए।] यह पुस्तक आपको ऐसा जीवनदायक ज्ञान प्राप्त करने में मदद करेगी।”
४ यदि आप “सृष्टि” पुस्तक प्रस्तुत कर रहे हैं, तो आप कह सकते हैं:
▪“आपको क्या लगता है कि हमारे पुरखा कैसे दिखते थे? [जवाब के लिए रुकिए।] क्या वे इस ‘कपि मानव’ जैसे लगते थे? [सृष्ट पुस्तक का पृष्ठ ८३ खोलिए।] ध्यान दीजिए कि प्रेरितों १७:२६ में बाइबल क्या कहती है। [पढ़िए।] तो, ‘कपि मानवों’ के चित्र किस पर आधारित हैं?” पृष्ठ ८९ के चित्र के नीचे दिए चित्र-परिचय शीर्षक पर ध्यान केंद्रित करवाइए। गृहस्वामी को बताइए कि उस पुस्तक को पढ़ने से और इस सवाल का जवाब सीखने से वह लाभ पा सकता है।
५ और एक तरीक़ा हो सकता है “सृष्टि” पुस्तक के आवरण की ओर ध्यान दिलाकर कहना:
▪“आज हम अपने पड़ोसियों से पूछ रहे हैं, क्या मनुष्य यहाँ क्रमविकास से आया या सृष्टि से? आप क्या सोचते हैं? [जवाब के लिए रुकिए।] हालाँकि अनेक उच्च शिक्षा प्राप्त लोग क्रमविकास को सच मानकर स्वीकार करते हैं, दूसरे उच्च शिक्षा प्राप्त लोग इस पर विश्वास नहीं करते हैं। एक भूतपूर्व अन्तरिक्ष यात्री द्वारा निकाले गए निष्कर्ष पर ध्यान दीजिए। [पृष्ठ १२२-३ पर दिए गए मुद्दों को विशिष्ट कीजिए।] हमें व्यक्तिगत रूप से प्रमाण की जाँच करनी चाहिए यह देखने के लिए कि हमें किस पर विश्वास करना है—क्रमविकास पर या सृष्टि पर।” यदि गृहस्वामी पुस्तक स्वीकार करता है, तो एक सवाल उठाइए जिसका जवाब आपकी अगली भेंट पर दिया जा सकता है।
६ क्या आप हमारे सृष्टिकर्ता और उसकी सृष्टि के प्रति उसके प्रेममय उद्देश्य की अद्भुत सच्चाइयों के बारे में दूसरों को सीखने में मदद करने के लिए लालायित होते हैं? सर्वश्रेष्ठ मनुष्य और सृष्ट पुस्तकें ऐसा करने में आपकी सहायता कर सकती हैं। वे हमारे महान सृष्टिकर्ता, सर्वसत्ताधारी प्रभु यहोवा के कार्यों का गुणगान करने के द्वारा उसका सम्मान करती हैं। साथ ही उसके नाम को पवित्र करने और मानवजाति को मसीह के राज्य द्वारा आशीष देने के सृष्टिकर्ता के अद्भुत उद्देश्य को ज्ञात कराने के द्वारा उसका सम्मान करती हैं।