7 वाकई, यह तुम्हारी हार है कि तुम एक-दूसरे पर मुकदमा कर रहे हो। तुम खुद अन्याय क्यों नहीं सह लेते?+ जब दूसरा तुम्हें धोखा देता है तो तुम बरदाश्त क्यों नहीं कर लेते?
7 वाकई, यह तुम्हारी हार है कि तुम एक-दूसरे पर मुकदमा कर रहे हो। तुम खुद अन्याय क्यों नहीं सह लेते?+ जब दूसरा तुम्हें धोखा देता है तो तुम बरदाश्त क्यों नहीं कर लेते?