न्यायियों 5:28 पवित्र शास्त्र का नयी दुनिया अनुवाद 28 खिड़की पर एक औरत आँखें बिछाए हुए थी,हाँ, सीसरा की माँ झरोखे से ताक रही थी,‘उसका रथ अभी तक आया क्यों नहीं? उसके घोड़ों की टाप क्यों नहीं सुनायी दे रही?’+
28 खिड़की पर एक औरत आँखें बिछाए हुए थी,हाँ, सीसरा की माँ झरोखे से ताक रही थी,‘उसका रथ अभी तक आया क्यों नहीं? उसके घोड़ों की टाप क्यों नहीं सुनायी दे रही?’+