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ब्रिटेन-अमरीका, बाइबल की भविष्यवाणी में बतायी गयी सातवीं विश्व शक्ति कब बनी?
▪ राजा नबूकदनेस्सर ने सपने में धातु की जो विशाल मूर्ति देखी थी उसके अलग-अलग हिस्से, अलग-अलग विश्व शक्तियों को दर्शाते हैं। लेकिन यह मूर्ति इतिहास की सभी विश्व शक्तियों को नहीं दर्शाती। (दानि. 2:31-45) यह दानिय्येल के ज़माने और उसके बाद की उन पाँच विश्व शक्तियों को ही दर्शाती है जिन्होंने परमेश्वर के लोगों का विरोध किया।
दानिय्येल ने धातु की मूर्ति के बारे में जो बताया, उससे ज़ाहिर होता है कि ब्रिटेन-अमरीकी विश्व शक्ति रोम को हराकर नहीं उभरती बल्कि यह रोम से ही निकलती। दानिय्येल ने देखा कि टाँगों में का लोहा पाँव और उँगलियों तक है। (पाँव और उँगलियों में लोहा मिट्टी से मिला हुआ है।)a इससे पता चलता है कि ब्रिटेन-अमरीकी विश्व शक्ति लोहे की टाँगों, यानी रोम से निकलती। इतिहास इस बात का गवाह है कि यह बात बिलकुल सच निकली। ब्रिटेन, जो कि पहले रोमी साम्राज्य का हिस्सा था, अठारहवीं सदी के खत्म होते-होते एक ताकतवर देश के तौर पर उभरने लगा। बाद में, संयुक्त राज्य अमरीका भी बहुत ताकतवर बन गया। लेकिन, बाइबल की भविष्यवाणी में बतायी गयी सातवीं विश्व शक्ति अब तक सामने नहीं आयी थी। क्यों? क्योंकि ब्रिटेन और अमरीका अब तक किसी अहम तरीके से साथ नहीं जुड़े थे। उनकी साझेदारी प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शुरू हुई।
उस वक्त तक “राज के बेटे” ज़्यादातर अमरीका में ही काम कर रहे थे। इस काम का निर्देशन न्यू यॉर्क राज्य के ब्रुकलिन शहर में स्थित उनके विश्व मुख्यालय से किया जा रहा था। (मत्ती 13:36-43) इसके अलावा, अभिषिक्त वर्ग के लोग उन देशों में भी ज़ोर-शोर से प्रचार कर रहे थे जहाँ ब्रिटेन का राज था। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, ब्रिटेन और अमरीका ने मिलकर अपने दुश्मनों का सामना किया और इससे उनके बीच एक खास रिश्ता बन गया। युद्ध की वजह से जो देश-भक्ति की भावना जागी थी, उस जोश में आकर दोनों देश उन लोगों के खिलाफ भी लड़े जो परमेश्वर की “स्त्री के वंश” का हिस्सा थे। इन्होंने उनके साहित्यों पर रोक लगा दी और प्रचार काम में अगुवाई ले रहे भाइयों को कैद में डाल दिया।—प्रका. 12:17.
इसका मतलब है कि बाइबल में बतायी गयी सातवीं विश्व शक्ति, अठारहवीं सदी के आखिर में सामने नहीं आयी थी क्योंकि तब ब्रिटेन एक ताकतवर देश के तौर पर बस उभर ही रहा था। इसकी बजाय, ब्रिटेन और अमरीका प्रभु के दिन की शुरूआत में ही सातवीं विश्व शक्ति के तौर पर सामने आए।b
[फुटनोट]
a जो मिट्टी लोहे के साथ मिली हुई है, वह ब्रिटेन-अमरीकी विश्व शक्ति के साम्राज्य के अंदर फैले अंशों को दर्शाती है। ‘मिट्टी’ ने इस विश्व शक्ति को उस हद तक अपना ज़ोर चलाने नहीं दिया है, जितना कि वह चाहती है।
b इस लेख में दी गयी नयी समझ उस जानकारी की जगह ले रही है जो दानिय्येल की भविष्यवाणी किताब के पेज 57, पैराग्राफ 24 में और पेज 56 और पेज 139 पर दी तसवीरों में दी गयी थी।
[पेज 19 पर तसवीर]
वॉचटावर संस्था के मुख्यालय के आठ भाइयों को जून 1918 में जेल भेजा गया था