अदन के बाग के बारे में जानना आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
कुछ लोग अदन के किस्से पर इसलिए यकीन नहीं करते क्योंकि उनका मानना है कि बाइबल की दूसरी किताबों में अदन के बाग के बारे में कुछ नहीं बताया गया है। जैसे धर्मों का अध्ययन करनेवाले प्रोफेसर पॉल मॉरिस कहते हैं, “उत्पत्ति के अलावा, बाइबल की दूसरी किताबों में अदन के बाग का सीधा-सीधा कोई ज़िक्र नहीं मिलता।” उनके जैसे दूसरे विद्वान भी उनकी बातों से सहमत हैं। लेकिन उनकी यह सोच गलत है।
सच तो यह है कि बाइबल में अदन के बाग, आदम-हव्वा और साँप का कई बार ज़िक्र किया गया है।a लेकिन विद्वानों से भी बड़ी गलती धर्म गुरु और बाइबल में गलतियाँ निकालनेवाले लोग करते हैं। जब वे कहते हैं कि अदन का किस्सा सच नहीं है, तो वे एक तरह से पूरी बाइबल पर सवाल खड़ा कर रहे होते हैं। हम ऐसा क्यों कह सकते हैं?
अगर हम अदन के बाग में हुई घटनाओं को समझेंगे, तभी हम बाइबल की बाकी बातों को अच्छी तरह समझ पाएँगे। बाइबल में जिन ज़रूरी सवालों के जवाब दिए हैं, वे किसी-न-किसी तरीके से अदन के किस्से से जुड़े हैं। आइए ऐसे कुछ सवालों पर चर्चा करें।
● हम क्यों बूढ़े होते हैं और मर जाते हैं? अगर आदम और हव्वा यहोवा की बात मानते, तो वे हमेशा तक जी सकते थे। लेकिन जिस दिन उन्होंने आज्ञा तोड़ी, वे बूढ़े होने लगे और आगे चलकर मर गए। (उत्पत्ति 2:16, 17; 3:19) जब आदम और हव्वा ने आज्ञा तोड़कर पाप किया तो वे अपरिपूर्ण हो गए। और उनकी जो भी संतानें हुईं उन्हें भी पाप और अपरिपूर्णता विरासत में मिली। इसीलिए बाइबल में आदम के बारे में लिखा है, “एक आदमी से पाप दुनिया में आया और पाप से मौत आयी और इस तरह मौत सब इंसानों में फैल गयी क्योंकि सबने पाप किया।”—रोमियों 5:12.
● परमेश्वर ने बुराई और तकलीफें क्यों रहने दी हैं? अदन के बाग में शैतान ने यहोवा पर इलज़ाम लगाया कि वह झूठा है और इंसानों को अच्छी चीज़ें नहीं देना चाहता। (उत्पत्ति 3:3-5) शैतान कह रहा था कि यहोवा एक अच्छा राजा नहीं है। आदम और हव्वा शैतान की बातों में आ गए और उन्होंने भी यहोवा से बगावत की। इस तरह उन्होंने दिखाया कि वे यहोवा की नहीं सुनना चाहते और खुद तय करना चाहते हैं कि क्या अच्छा है और क्या बुरा। यहोवा जानता था कि इस मसले को निपटाने में वक्त लगेगा। इसलिए उसने कुछ समय के लिए शैतान और इंसानों को राज करने का मौका दिया है। जब से वे दुनिया पर राज करने लगे हैं, तब से तकलीफें ही आयी हैं। इससे बाइबल की यह बात सच साबित होती है कि इंसान खुद पर राज करने के काबिल नहीं है।—यिर्मयाह 10:23.
● परमेश्वर ने धरती क्यों बनायी? जब परमेश्वर ने अदन का बाग लगाया, तो वह चाहता था कि पूरी धरती इस बाग की तरह सुंदर हो जाए। इसलिए परमेश्वर ने आदम और हव्वा से कहा कि वे बच्चे पैदा करें, पूरी धरती पर ‘अधिकार रखें’ और इसे अदन के बाग की तरह खूबसूरत बना दें। (उत्पत्ति 1:28) परमेश्वर का मकसद अभी-भी नहीं बदला है। वह चाहता है कि यह धरती खूबसूरत बन जाए और परिपूर्ण इंसान इस पर साथ मिलकर हमेशा तक जीएँ। बाइबल में लिखी लगभग सभी बातें किसी-न-किसी तरह से परमेश्वर के इसी मकसद से जुड़ी हैं।
● यीशु धरती पर क्यों आया? जब आदम और हव्वा ने परमेश्वर की आज्ञा तोड़ दी, तो वे आगे चलकर मर गए। और उन्होंने अपने बच्चों को भी विरासत में मौत दे दी। लेकिन यहोवा हमसे बहुत प्यार करता है इसलिए उसने अपने बेटे को धरती पर भेजा ताकि वह हमारे लिए फिरौती बलिदान दे। (मत्ती 20:28) बाइबल में यीशु को “आखिरी आदम” कहा गया है। वह इसलिए कि वह आदम की तरह परिपूर्ण था। बस फर्क यही है कि यीशु ने हमेशा यहोवा की आज्ञा मानी। उसने इंसानों के लिए अपना परिपूर्ण जीवन दे दिया। इसी इंतज़ाम को फिरौती बलिदान कहा जाता है। इस बलिदान से हमें पापों की माफी मिलती है और आगे चलकर जब धरती अदन के बाग की तरह खूबसूरत बन जाएगी तो हम उस पर हमेशा तक जी पाएँगे। (1 कुरिंथियों 15:22, 45; यूहन्ना 3:16) तो यीशु का बलिदान इस बात की गारंटी है कि यहोवा ज़रूर इस धरती को अदन के बाग जैसा खूबसूरत बना देगा।b
परमेश्वर का मकसद ज़रूर पूरा होगा। यह कोई सपना नहीं है। जिस तरह बाइबल में बताया अदन का बाग सच में था, उसमें रहनेवाले जानवर और इंसान सच में थे, उसी तरह बाइबल में बताया यहोवा का मकसद और उसके वादे भी सच में पूरे होंगे। क्या आप भी इन वादों को पूरा होते हुए देखना चाहते हैं? यह आपके हाथ में है। परमेश्वर तो चाहता है कि ज़्यादा-से-ज़्यादा लोग इन वादों को पूरा होते हुए देखें। यहाँ तक कि वे लोग भी जिन्होंने पहले बुरे काम किए हैं।—1 तीमुथियुस 2:3, 4.
यीशु जब धरती पर था तो अपनी मौत से पहले उसने एक ऐसे आदमी से बात की जो एक अपराधी था। वह आदमी जानता था कि वह मौत की सज़ा पाने के लायक है। फिर भी एक उम्मीद पाने के लिए और दिलासा पाने के लिए उसने यीशु से बात की। तब यीशु ने उससे कहा, “तू मेरे साथ फिरदौस में होगा।” (लूका 23:43) अगर यीशु ऐसे अपराधी को भी फिरदौस में जीने का मौका दे सकता है, तो सोचिए क्या यीशु और उसका पिता नहीं चाहेंगे कि आप भी फिरदौस में हमेशा तक जीएँ? अगर आप भी फिरदौस में जीना चाहते हैं, तो परमेश्वर के बारे में ज़्यादा-से-ज़्यादा सीखते रहिए।
[फुटनोट]
a जैसे उत्पत्ति 13:10; व्यवस्थाविवरण 32:8; 1 इतिहास 1:1; यशायाह 51:3; यहेजकेल 28:13; 31:8, 9; लूका 3:38; रोमियों 5:12-14; 1 कुरिंथियों 15:22, 45; 2 कुरिंथियों 11:3; 1 तीमुथियुस 2:13, 14; यहूदा 14 और प्रकाशितवाक्य 12:9 देखिए।
b यीशु के फिरौती बलिदान के बारे में और जानने के लिए बाइबल असल में क्या सिखाती है? किताब का अध्याय 5 देखिए। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।
[बक्स/तसवीर]
एक ऐसी भविष्यवाणी जो पूरी बाइबल समझने के लिए ज़रूरी है
“मैं तेरे [यानी साँप] और औरत के बीच और तेरे वंश और उसके वंश के बीच दुश्मनी पैदा करूँगा। वह तेरा सिर कुचल डालेगा और तू उसकी एड़ी को घायल करेगा।”—उत्पत्ति 3:15.
यह बाइबल की पहली भविष्यवाणी है जो परमेश्वर ने अदन के बाग में की थी। इसमें एक औरत, औरत के वंश, एक साँप और साँप के वंश के बारे में बताया है और कहा है कि उनके बीच “दुश्मनी” होगी। यह भविष्यवाणी कैसे पूरी होती?
साँप
शैतान।—प्रकाशितवाक्य 12:9.
औरत
यहोवा के संगठन का वह हिस्सा जो स्वर्ग में है और जिसमें लाखों-करोड़ों वफादार स्वर्गदूत हैं। (गलातियों 4:26, 27) भविष्यवक्ता यशायाह ने बताया कि इस “औरत” से एक राष्ट्र निकलेगा जो परमेश्वर का चुना हुआ होगा।—यशायाह 54:1; 66:8.
साँप का वंश
दुष्ट स्वर्गदूत और इंसान जो शैतान का साथ देते हैं।—यूहन्ना 8:44.
औरत का वंश
इसका मुख्य भाग यीशु मसीह है। औरत के “वंश” का दूसरा भाग अभिषिक्त मसीही हैं जो स्वर्ग में यीशु के साथ राज कर रहे हैं। इन मसीहियों को एक राष्ट्र यानी ‘परमेश्वर का इसराएल’ भी कहा जाता है।—गलातियों 3:16, 29; 6:16; उत्पत्ति 22:18.
एड़ी को घायल करना
एक ऐसी चोट जिसमें दर्द तो होता है लेकिन सिर्फ कुछ दिनों के लिए। जब यीशु धरती पर था तो शैतान ने उसे मरवा डाला। लेकिन कुछ दिनों बाद यीशु को दोबारा ज़िंदा कर दिया गया।
सिर को कुचलना
पूरी तरह खत्म कर देना। यीशु शैतान के साथ ऐसा ही करेगा। इससे पहले यीशु एक और काम भी करेगा। शैतान ने अदन के समय से लेकर अब तक जो भी नुकसान किए हैं यीशु उन्हें भी ठीक कर देगा।—1 यूहन्ना 3:8; प्रकाशितवाक्य 20:10.
बाइबल का मुख्य संदेश क्या है, यह जानने के लिए परमेश्वर का पैगाम—आपके नाम ब्रोशर पढ़िए। इसे यहोवा के साक्षियों ने प्रकाशित किया है।
[तसवीर]
आदम और हव्वा ने जो पाप किया, उसके बहुत भयानक अंजाम हुए