क्या आपको याद है?
क्या आपने हाल की प्रहरीदुर्ग पत्रिकाएँ पढ़ी हैं? देखिए कि क्या आप नीचे दिए सवालों के जवाब दे पाते हैं या नहीं:
क्या शिमशोन के बाल उसकी ताकत की वजह थे?
शिमशोन के बाल अपने आपमें उसकी ताकत की वजह नहीं थे। उसके बाल इस बात की निशानी थे कि नाज़ीर के नाते यहोवा के साथ उसका एक खास रिश्ता है। जब दलीला ने शिमशोन के बाल कटवा दिए, तो परमेश्वर के साथ उसका यह रिश्ता टूट गया।—4/15, पेज 9.
शारीरिक दिल की तरह लाक्षणिक दिल को स्वस्थ रखने के लिए कौन-सी तीन बातें ज़रूरी हैं?
(1) सही खुराक। जिस तरह हमारे दिल को अच्छी खुराक की ज़रूरत होती है, उसी तरह लाक्षिणक दिल को स्वस्थ रखने के लिए हमें लगातार परमेश्वर से मिलनेवाला पौष्टिक भोजन खाना चाहिए। (2) कसरत। प्रचार में पूरे जोश के साथ हिस्सा लेकर हम अपने लाक्षणिक दिल को सेहतमंद बनाए रख सकते हैं। (3) आसपास का माहौल। तनाव कम करने के लिए हम अपने मसीही भाई-बहनों के साथ संगति कर सकते हैं, जो सचमुच में हमारी परवाह करते हैं।—4/15, पेज 16.
एक मसीही की अंत्येष्टि पर भाषण देते वक्त, भजन 116:15 को मरनेवाले पर लागू करना सही क्यों नहीं होगा?
इस आयत में लिखा है, “यहोवा के भक्तों की मृत्यु, उसकी दृष्टि में अनमोल है।” इसका मतलब है कि यहोवा की नज़र में उसके सभी उपासक इतने अनमोल हैं कि एक समूह के तौर पर उन्हें मरने देना, एक भारी कीमत चुकाने जैसा होगा। इसलिए यहोवा ऐसा हरगिज़ नहीं होने देगा।—5/15, पेज 22.
कोलपोर्टर कौन थे?
सन् 1931 के पहले पायनियरों को “कोलपोर्टर” कहा जाता था।—5/15, पेज 31.
दानिय्येल 2:44 में बताए “उन सब राज्यों” में कौन शामिल हैं?
इसमें वे राज्य या सरकारें शामिल हैं, जो धातु की मूर्ति के अलग-अलग हिस्सों से दर्शायी गयी हैं और जिनका मतलब दानिय्येल ने समझाया था।—6/15, पेज 17.
ब्रिटेन-अमरीका, बाइबल की भविष्यवाणी में बतायी गयी सातवीं विश्व शक्ति कब बनी?
ब्रिटेन और अमरीका मिलकर विश्व शक्ति तब बनी जब प्रथम विश्व युद्ध के दौरान उन्होंने एक अहम तरीके से अपनी साझेदारी शुरू की।—6/15, पेज 19.
एक-के-बाद-एक कौन-सी घटनाएँ घटेंगी जिनके होने पर हर-मगिदोन का युद्ध लड़ा जाएगा?
दुनिया के बड़े-बड़े नेता एक खास घोषणा करेंगे, “शांति और सुरक्षा है!” (1 थिस्स. 5:3) सरकारें झूठे धर्म के खिलाफ कदम उठाएँगी। (प्रका. 17:15-18) सच्चे उपासकों पर हमला किया जाएगा। फिर अंत आ जाएगा।—7/1, पेज 9.
यहोवा ने अब्राहम से अपने प्यारे बेटे की बलि चढ़ाने को क्यों कहा?
यह याद रखना ज़रूरी है कि परमेश्वर ने अब्राहम को अपने बेटे की बलि नहीं चढ़ाने दी। यह घटना इस बात का नमूना थी कि कैसे परमेश्वर अपने बेटे यीशु की कुरबानी देता, जो कि उसके लिए आसान नहीं होता।—7/1, पेज 20.