गीत 53
एकता में रहकर काम करना
1. एक्-ता के धा-गे में ह-में
है पि-रो-या दे-खो याह ने।
मो-ती हम हैं रंग-बि-रं-गे
साथ में सुं-दर दिख-ते।
प्यार की है ये मा-ला
ना तो-ड़ें इ-से।
मा-नें बात यी-शु की जो हम
तो र-हे सु-कून और अ-मन
एक्-ता है अन्-मोल ह-मा-री
जिस-से मिल-ती ख़ु-शी।
2. एक दिल और एक मन के र-हें
काम भ-ला-ई के भी क-रें।
औ-रों को गर मा-फ़ी हम दें
प्यार की धा-रा ब-हे।
शां-ति दे-ती ताज़-गी
मन को ये भा-ती।
सच्-चा प्यार आ-पस में हो गर
बर-सें-गी आ-शी-षें हम पर।
एक्-ता से आ-ए-गी रौ-नक
बर-सों-ब-रस त-लक।
(मीका 2:12; सप. 3:9; 1 कुरिं. 1:10 भी देखिए।)