भजन
दाविद की प्रार्थना।
2 मेरी जान की हिफाज़त कर क्योंकि मैं वफादार हूँ।+
अपने सेवक को बचा ले जो तुझ पर भरोसा रखता है,
क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है।+
4 अपने सेवक को खुशियाँ दे,
क्योंकि हे यहोवा, मैं तेरी ओर रुख करता हूँ।
5 हे यहोवा, तू भला है+ और माफ करने को तत्पर रहता है,+
तू उन सबके लिए अटल प्यार से भरपूर है जो तुझे पुकारते हैं।+
9 हे यहोवा, सब राष्ट्र, जो तेरे हाथ की रचना हैं,
तेरे पास आएँगे और तेरे सामने दंडवत करेंगे,+
तेरे नाम की महिमा करेंगे।+
11 हे यहोवा, मुझे अपनी राह के बारे में सिखा।+
मैं तेरी सच्चाई की राह पर चलूँगा।+
मेरे मन को एक कर* कि मैं तेरे नाम का डर मानूँ।+
12 हे यहोवा, मेरे परमेश्वर, मैं पूरे दिल से+ तेरी तारीफ करता हूँ
और सदा तक तेरे नाम की महिमा करूँगा।
14 हे परमेश्वर, गुस्ताख लोग मेरे खिलाफ खड़े हुए हैं,+
बेरहम आदमियों की टोली मेरी जान के पीछे पड़ी है,
15 मगर हे यहोवा, तू दयालु और करुणा करनेवाला परमेश्वर है,
तू क्रोध करने में धीमा, अटल प्यार से भरपूर और विश्वासयोग्य* है।+
16 मुझ पर ध्यान दे और कृपा कर।+
अपने सेवक को ताकत दे,+
अपनी दासी के बेटे को बचा ले।
क्योंकि हे यहोवा, तू मेरा मददगार है और मुझे दिलासा देनेवाला है।