विषय-सूची
15 जुलाई, 2009
अध्ययन के लिए
दिए गए हफ्तों के लिए अध्ययन लेख:
31 अगस्त, 2009–6 सितंबर, 2009
उसमें “सावधानी से छिपाया गया” खज़ाना ढूँढ़ना
पेज 3
गीत नं. 21 (191), 17 (187)
7-13 सितंबर, 2009
मसीही परिवारो, यीशु की मिसाल पर चलिए!
पेज 7
गीत नं. 28 (224), 23 (200)
14-20 सितंबर, 2009
पेज 15
गीत नं. 27 (221), 22 (130)
21-27 सितंबर, 2009
यीशु की तरह हिम्मत से प्रचार कीजिए
पेज 19
गीत नं. 18 (162), 6 (45)
अध्ययन लेखों का मकसद
अध्ययन लेख 1 पेज 3-7
यहोवा अपने सभी सेवकों को वह बेशकीमती खज़ाना ढूँढ़ने का बुलावा देता है जो मसीह में “बड़ी सावधानी से छिपाया गया है।” यह खज़ाना क्या है? हम इसे कैसे पा सकते हैं? इस खज़ाने से हमें क्या फायदा होता है? यह लेख हमें इन सवालों के जवाब पाने में मदद देगा।
अध्ययन लेख 2 पेज 7-11
जब से इंसानों को रचा गया है, तब से यीशु को उनकी खुशहाली में गहरी दिलचस्पी रही है। यह लेख बताता है कि कैसे यीशु की शिक्षाओं और उसकी मिसाल पर चलने से हम अपने परिवार के साथ एक अच्छा रिश्ता बना सकते हैं।
अध्ययन लेख 3, 4 पेज 15-23
किन बातों की वजह से यीशु एक कुशल शिक्षक था? सबसे बड़ी बात, उसे यहोवा और लोगों से प्यार था और उस संदेश से गहरा लगाव था जिसका उसने प्रचार किया। प्यार ने ही उसे उकसाया कि वह विरोध के बावजूद हिम्मत से गवाही दे। इन लेखों में हम चर्चा करेंगे कि हम किस तरह यीशु की मिसाल पर चल सकते हैं, लोगों को प्यार से सिखा सकते हैं और हिम्मत के साथ प्रचार कर सकते हैं।
इस अंक में ये लेख भी हैं:
क्या आप प्यार की ‘सबसे बेहतरीन राह’ पर चलते हैं?
पेज 12
नब्बे साल पहले मैंने “अपने सृष्टिकर्ता को याद” करना शुरू किया
पेज 24
जो हो आपसी सहयोग, तो करे परिवार आध्यात्मिक तरक्की
पेज 28
एहसान-भरे दिल से लीजिए—दिल खोलकर दीजिए
पेज 29
सच्चाई का बीज दूर-दराज़ इलाकों में बोया गया
पेज 32